उसने बताया कि अब कुंदन पाहन संगठन में सक्रिय नहीं है. वह संगठन से अलग होकर अपने कुछ पुराने लोगों के साथ रहता है. गिरफ्तार नक्सली की निशानदेही पर पुलिस और सीआरपीएफ ने शुक्रवार को सर्च ऑपरेशन भी चलाया. ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने राहे प्रखंड के खोपड़ी कोचा जंगल से 25 आइइडी बम बरामद किया. बाद में उक्त बमों को डिफ्यूज कर दिया गया है. आइइडी बम पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए लगाये गये थे. राम मोहन की निशानदेही पर खूंटी और चाईबासा के विभिन्न इलाके में सर्च ऑपरेशन व छापेमारी जारी है.
राम मोहन मुंडा ने बताया कि कुछ माह पूर्व कुंदन पाहन को संगठन में शामिल करने का बड़े नक्सली नेताओं ने प्रयास किया था, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली. उसने यह भी बताया कि कुंदन पाहन चाहता था कि इलाके में संगठन से संबंधित प्रत्येक काम उसकी मरजी से हो. इसमें किसी दूसरे राज्य के बड़े नक्सली का हस्तक्षेप न हो. इसी वजह से उसने कुछ साल पूर्व मुझे सबजोनल कमांडर से जोनल कमांडर के पद पर प्रमोशन दिया. साथ ही बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य बनने का प्रयास करने लगा, लेकिन बड़े नक्सली नेताओं ने उसे प्रमोशन देने से इनकार कर दिया.
इसी वजह से कुंदन पाहन का विवाद दूसरे नक्सली नेताओं के साथ शुरू हुआ. राम मोहन ने बताया कि वह संगठन के लिए लेवी वसूलने से लेकर संगठन में नये सदस्यों को जोड़ने का काम खुद करता था. राम मोहन ने केंद्रीय कमेटी के नक्सली विवेक के संबंध में भी पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है. इधर, राम मोहन से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने कुंदन पाहन को पकड़ने का प्रयास तेज कर दिया है. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने छापेमारी कर राम मोहन को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया था. उसके साथ दो अन्य को भी हिरासत में लिया गया है.