रात्रि प्रहरियों ने देखा कि हमले से पांच भेड़ों की मौत हो चुकी है और 11 घायल हैं. इसके बाद अधिकारियों को सूचना दी गयी. सुबह में अनुसंधान निदेशक डॉ डीके सिंह द्रोण, कुलपति डॉ जार्ज जान व वेटनरी के चिकित्सक प्रक्षेत्र में पहुंचे. घायल भेड़ों का इलाज शुरू किया. इस दौरान गंभीर रुप से घायल छह और भेड़ों की मौत हो गयी. पांच अन्य भेड़ का इलाज चल रहा है. बताते चलें कि इस प्रक्षेत्र में जंगली जानवरों का यह दूसरा हमला है. 30 जनवरी को भी जंगली जानवरों के हमले में 70 भेड़ों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि संभवत: यह लकड़बग्घा या गीदड़ द्वारा किया गया हमला है. सभी भेड़ अनुसंधान के लिए पाले गये थे जो छोटानागपुर नस्ल के हैं. यह तीन पीढ़ी के थे. भेड़ों की आकस्मिक मौत से अनुसंधान प्रभावित हो सकता है.
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बकरी व भेड़ प्रक्षेत्र में जंगली जानवर का हमला, बीएयू में फिर 11 भेड़ों की मौत
कांके: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी स्थित बकरी व भेड़ प्रक्षेत्र में जंगली जानवर के हमले से गुरुवार रात्रि 11 भेड़ों की मौत हो गयी. रात्रि प्रहरियों ने प्रक्षे़त्र में भेड़ों की आवाज सुन कर तुरंत अन्य प्रहरियों को आवाज देकर सूचना दी. इस दौरान कई भेड़ों पर प्रहार कर जंगली जानवर भाग चुके थे. […]
कांके: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी स्थित बकरी व भेड़ प्रक्षेत्र में जंगली जानवर के हमले से गुरुवार रात्रि 11 भेड़ों की मौत हो गयी. रात्रि प्रहरियों ने प्रक्षे़त्र में भेड़ों की आवाज सुन कर तुरंत अन्य प्रहरियों को आवाज देकर सूचना दी. इस दौरान कई भेड़ों पर प्रहार कर जंगली जानवर भाग चुके थे.
रात्रि प्रहरियों ने देखा कि हमले से पांच भेड़ों की मौत हो चुकी है और 11 घायल हैं. इसके बाद अधिकारियों को सूचना दी गयी. सुबह में अनुसंधान निदेशक डॉ डीके सिंह द्रोण, कुलपति डॉ जार्ज जान व वेटनरी के चिकित्सक प्रक्षेत्र में पहुंचे. घायल भेड़ों का इलाज शुरू किया. इस दौरान गंभीर रुप से घायल छह और भेड़ों की मौत हो गयी. पांच अन्य भेड़ का इलाज चल रहा है. बताते चलें कि इस प्रक्षेत्र में जंगली जानवरों का यह दूसरा हमला है. 30 जनवरी को भी जंगली जानवरों के हमले में 70 भेड़ों की मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि संभवत: यह लकड़बग्घा या गीदड़ द्वारा किया गया हमला है. सभी भेड़ अनुसंधान के लिए पाले गये थे जो छोटानागपुर नस्ल के हैं. यह तीन पीढ़ी के थे. भेड़ों की आकस्मिक मौत से अनुसंधान प्रभावित हो सकता है.
लाखों रुपये के बारवेट वायर लगाये गये : विवि प्रशासन ने भेड़ों पर हो रहे हमले को लेकर सुरक्षा की दृष्टिकोण से लाखों रुपये की लागत से 10 दिन पूर्व ही बारवेट वायरिंग प्रक्षेत्र में करायी. फिर भी जगंली जानवरों ने भेड़ों पर हमला किया और भेड़ मारे गये.
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