इससे यात्रियों में भय व्याप्त हो गया. रांची से खुलनेवाली बैद्यनाथधाम एक्सप्रेस, वनांचल एक्सप्रेस, झारखंड स्वर्ण जयंती, गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस, हटिया-पटना एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में काफी भीड़ रही. यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए रांची स्टेशन पर 90 अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किये गये थे. रांची-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में कुछ परीक्षार्थी चढ़ गये थे, जो बाद में उतर गये. वहीं, मौर्य एक्सप्रेस के कुछ स्लीपर कोच में परीक्षार्थी सवार हो गये थे, जिन्हें वहां से उतारा गया. जिसके बाद इसमें आरक्षित श्रेणी के यात्री प्रवेश कर सके. जब अधिकतर कोच के समीप पुलिस बल को तैनात कर दिया गया, तब परीक्षार्थियों ने सामान्य श्रेणी की ओर रुख किया.
इससे पूर्व सुबह में रांची आनेवाली कई ट्रेनों में परीक्षार्थियों की भीड़ थी, जिस कारण आम यात्री परेशान रहे. लोहरदगा-रांची व रांची-लोहरदगा ट्रेन में भी काफी भीड़ थी. सुबह आने के क्रम में यह ट्रेन जितनी जगह रुक रही थी, भीड़ बढ़ती जा रही थी. वहीं, रांची से दोपहर व शाम में खुलनेवाली ट्रेन में भी भीड़ उमड़ी. स्टेशन मास्टर एचके शर्मा खुद क्लोज सर्किट कैमरे से लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए थे.
आरपीएफ के रांची पोस्ट के अोसी संजीव कुमार ने कहा कि रविवार को स्थिति नियंत्रण में रही. दिन के 12 बजे से ही सभी को अभियान में लगा दिया गया था, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि कुछ परीक्षार्थी राजधानी एक्सप्रेस में गलती से चढ़ गये थे, जो बाद में स्वत: उतर गये. वहीं स्लीपर कोच में जिन यात्रियों का आरक्षण था, उन्हें जगह मिल गयी.