विजेता टीम ने सुरक्षा बंद नामक एप विकसित किया, जिससे मानव व्यापार पर निगरानी रखी जा सकेगी और अवैध ट्रैफिकिंग पर चौकसी भी बरती जा सकेगी. विजेता टीम को पांच हजार डॉलर की राशि दी गयी. नन्हे कदम एप विकसित करनेवाली टीम रनर अप रही. दोनों टीमों को गीक्स विदाउट बाउंडस नामक संस्था की ओर से छह महीने का और प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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हैकाथॉन : निधिया और सूर्या की टीम सफल, लिंगभेद आधारित हिंसा और चुनौती का एप बनाया
रांची: अमेरिकी कांसुलेट कोलकाता की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय तकनीकी कैंप हैकथॉन टू कांबैट जेंडर बेस्ड वायलेंस कार्यक्रम सोमवार को समाप्त हो गया. जेएससीए स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में एप विकसित करनेवाली निधिया वी राज और रांची की सूर्या रेमानन को पहला पुरस्कार मिला. विजेता टीम ने सुरक्षा बंद नामक एप विकसित किया, जिससे […]
रांची: अमेरिकी कांसुलेट कोलकाता की तरफ से आयोजित तीन दिवसीय तकनीकी कैंप हैकथॉन टू कांबैट जेंडर बेस्ड वायलेंस कार्यक्रम सोमवार को समाप्त हो गया. जेएससीए स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में एप विकसित करनेवाली निधिया वी राज और रांची की सूर्या रेमानन को पहला पुरस्कार मिला.
समापन समारोह को संबोधित करते हुए कांसुलेट जनरल क्रेग हॉल ने कहा कि हैकथॉन में शामिल प्रतिभागियों ने लिंगभेद और हिंसा पर रोक लगाने के लिए बेहतर सुझाव के साथ एप विकसित किये. इस तरह की गतिविधियों को और बढ़ावा देने की जरूरत है. कार्यक्रम में बेंगलुरू की संस्था द बचाओ प्रोजेक्ट और गिक्स संस्था की भागीदारी भी रही.
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