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अमेरिकी कांसुलेट जनरल आज रांची में
ज्यूडिशियल अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल रांची : अमेरिकी कांसुलेट जनरल क्रेग हॉल रविवार को झारखंड दौरे पर रांची पहुंचेंगे. क्रेग हॉल ज्यूडिशियल अकादमी झारखंड में आयोजित हैकाथॉन टू कांबैट जेंडर बेस्ड वायलेंस कानक्लेव में शामिल होने यहां आ रहे हैं. अमेरिकी कांसुलेट और बचाओ प्रोजेक्ट के संयुक्त तत्वावधान में यह कानक्लेव आयोजित […]
ज्यूडिशियल अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में होंगे शामिल
रांची : अमेरिकी कांसुलेट जनरल क्रेग हॉल रविवार को झारखंड दौरे पर रांची पहुंचेंगे. क्रेग हॉल ज्यूडिशियल अकादमी झारखंड में आयोजित हैकाथॉन टू कांबैट जेंडर बेस्ड वायलेंस कानक्लेव में शामिल होने यहां आ रहे हैं.
अमेरिकी कांसुलेट और बचाओ प्रोजेक्ट के संयुक्त तत्वावधान में यह कानक्लेव आयोजित किया जा रहा है. सुबह 10.15 बजे कानक्लेव की शुरुआत होगी. इसमें भारत के पूर्वी क्षेत्रीय राज्यों के 60 प्रतिभागी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त 20 जाने-माने भारतीय भी शामिल होंगे. ग्लोबल चुनौती के रूप में जेंडर वायलेंस और इससे निबटने की चुनौती और बचाव के तरीके पर कानक्लेव में चर्चा की जायेगी. देर शाम को वे मीडिया के प्रतिनिधयों से बातचीत भी करेंगे.
बेटी बिना घर-आंगन सूना
बेटियां सब के नसीब में कहां हाेती हैं, रब का जो घर पसंद आये वहां होती है़ं बेटियों के प्रति अब समाज का नजरिया बदलने लगा है़ पहले ऐसा नहीं था़ यहीं कारण है कि देश में हर वर्ष 24 जनवरी को गर्ल चाइल्ड डे मनाने की नौबत आन पड़ी़ आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं हैं.
लोग अपनी बेटियों को आगे बढ़ने का भरपूर अवसर दे रहे हैं. इनका मानना है कि बेटियों के बिना घर-आंगन सूना है. राजधानी के कुछ परिवारों ने प्रभात खबर की संवाददाता लता रानी से बेिटयों के बारे में अपने विचार व्यक्त किये़
हमें बेटियों पर गर्व है :रवींदर कौर एवं हरमीत सिंह
मेरी तीनों बेटियां पढ़ाई में तेज है़ हम रामगढ़ के रहने वाले है़. बेटियों को पढ़ाने के लिए रांची आ गये़ उनको अच्छी शिक्षा दी़ आज तीनों टॉपर है़ कभी भी हमें बेटे की कमी नहीं खली़ हमारे लिए बेटियां ही सबकुछ है़ बड़ी बेटी अस्पृत एक्सआइएसएस से एमबीए कर रही है़ उसका सेलेक्शन भी एक कंपनी में हो चुका ह़ै दो छोटी बेटियां जुड़वा है़ सुखप्रीत एम कॉम और बलप्रीत आइआइटी कर रही है़ बेटियों को लेकर रांची लाने का मकसद पूरा हो गया है़
बेटे की कभी चाह नहीं रही : प्रीति जाजोदिया व रूपेश जाजोदिया
पुराने लोग कहते हैं कि बेटों से वंश चलता है़ हम इसे नहीं मानते़ हमारी बेटियां ही वंश को आगे बढ़ायेंगी़ हमारी दो बेटियां है़ं झलक और पाखी. ये ही जाजोदिया परिवार की नाज है़ं हमने कभी भी बेटो की ख्वाहिश नहीं की़ रूपेश अपने परिवार के अकेले वंश है़ं उनके बाद यह वंश खत्म नहीं होगा़ ऐसी बेकार की मानसिकता हम नहीं रखते़ अब ये बेटियां ही वंश को आगे बढ़ायेंगी़ हमारा वंश बेटियों से चलेगा़ इ सकी हमें खुशी है़ बेटियों के बिना तो हमारा आगंन सूना है़
बेटियां संभाल रही हैं घर : बिमला बंसल एवं विनोद बंसल
बड़ी बेटी राशि की शादी के बाद अब नतिनी हुई है़ जिसकी हमें बहुत खुशी है़ नतनी राम्या के आने से घर में बहुत खुशी है़ हमारी दो बेटियां है़ राशि और रिया़ कभी भी हमें बेटे की चाह नहीं रही़
बड़ी बेटी की शादी हो गयी है़ छोटी बेटी पढ़ाई के सिलसिले में बाहर है़ दोनों सदा सम्पर्क में रहती हैं. बेटियां वह सब कर रही हैं जो बेटा भी नहीं करता़ बिजनेस से लेकर घर का काम यही संभालती है़ं हमारा दामाद भी बहुत ख्याल रखता है़
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