इस मामले में विस्तृत जांच हो, इसे लेकर डीजीपी ने दो माह पहले सीआइडी जांच का आदेश दिया था. इससे पहले चार माह तक रांची पुलिस ने मामले की जांच की, लेकिन न तो अपराधियों का सुराग मिल पाया और न ही सुपारी देनेवाले की जानकारी मिल पायी. जब रांची पुलिस मामले की जांच कर रही थी, तब सीआइडी ने घटना में अपराधी सोनू इमरोज की संलिप्तता के बारे में चुटिया पुलिस को जानकारी दी थी.
हालांकि पुलिस को सोनू इमरोज के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिल पाया था. उल्लेखनीय है कि 29 जून की रात अनूप चावला अपनी शराब दुकान में बैठे थे, तभी दो अपराधी बाइक से पहुंचे थे. एक अपराधी दुकान के बाहर बाइक स्टार्ट कर तैयार था, जबकि दूसरा अपराधी दुकान में घुसा था और अनूप चावला पर फायरिंग की थी. अनूप चावला की जांघ व पेट में गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था.