महेंद्र ने कहा कि घटना के दिन सानिया उसके घर आयी थी, लेकिन उसने उसे नहीं जलाया. पुलिस को आशंका है कि सानिया का एक मोबाइल महेंद्र जायसवाल के पास ही था. जब पुलिस ने उस संबंध में उससे पूछताछ की, तब महेंद्र ने मोबाइल रखने की बात से इनकार किया. पुलिस को आशंका है कि साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से हो सकता है कि महेंद्र मोबाइल को नष्ट कर दिया हो. पुलिस महेंद्र से अन्य कई बिंदुओं पर भी पूछताछ कर रही है.
उल्लेखनीय है कि तीन जनवरी को सानिया महेंद्र से मिलने उसके घर पहुंची थी. उसी वक्त उसके शरीर पर पेट्रोल उड़ेल कर आग लगा दी गयी थी. उसे गंभीर अवस्था में पहले रिम्स में भरती कराया गया था, फिर उसे आलम नर्सिंग होम में भरती कराया गया था, जहां आठ दिन बाद उसकी मौत हो गयी. सानिया ने मरने के पहले जो बयान दिया था, उसके अनुसार ताराबाबू लेन निवासी महेंद्र ने उसे मिलने के घर बुलाया था. हत्या की नियत से ही महेंद्र ने उसके शरीर पर पेट्रोल छिड़का और आग लगा दी. सानिया ने शादी के नाम पर यौन शोषण करने और गर्भपात का भी आरोप महेंद्र पर लगाया था. मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. महेंद्र ने न्यायिक दंडाधिकारी एमके शर्मा की अदालत में छह जनवरी को सरेंडर किया था.