उदघाटन समारोह में कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तय किया है कि जब तक गांव और गरीब का विकास नहीं होगा, तब तक झारखंड विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा नहीं होगा. सरकार ने राज्य को विकसित श्रेणी में खड़ा करने के लिए गांव के लोगों को खेती बारी, सूकर पालन, मत्स्य पालन व दुग्ध उत्पादन से जोड़ने के लिए कई योजनाएं बनायी हैं, जिसका एक समावेशी उदाहरण करगे व चोरया में 2000 लीटर क्षमता का दुग्ध शीतक केंद्र का उदघाटन है. उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में स्वावलंबी बनाने के लिए व इससे अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए वृहत रूप से कार्य कर रही है.
वर्तमान में एक लाख लीटर क्षमता वाला प्लांट बन कर तैयार है, जिसका फरवरी माह में उदघाटन किया जाना है. कृषि मंत्री ने गांव के सभी ग्रामीणों से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र से जुड़ने की अपील की़ बताया कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि पांच साल में 50 हजार बीपीएल गरीब व विधवा को 90 प्रतिशत अनुदान में सरकार गाय उपलब्ध करायेगी और बाकी की 10 प्रतिशत की राशि झारखंड मिल्क फेडरेशन देगी, जिसे बाद में वह दुग्ध से उत्पादन से धीरे धीरे वसूल करेगी. इस अवसर पर विधायक गंगोत्री कुजूर, झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक बीएस खन्ना ने भी विचार व्यक्त किये. संचालन मिलन कुमार व धन्यवाद ज्ञापन विनोद सिंह ने किया. मौके पर जिला गव्य विकास पदाधिकारी शम्मी कपूर, आरके सिंह, रणधीर कुमार, रवींद्र कुमार सिंह, प्रियंका टोप्पो, अगम लाल महतो, ईश्वर महतो, अरविंद सिंह, विजय सोनी, जावेद खान, चक्रधर नाथ मिश्रा, लखन साहू, राम बालक ठाकुर व छेदी प्रसाद साहू सहित अन्य मौजूद थे.