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भाकपा के पूर्व महासचिव के निधन पर शोकसभा, केडी सिंह ने कहा मजदूरों की आवाज थे एबी बर्द्धन

रांची. भाकपा के पूर्व महासचिव एबी बर्द्धन के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया. मौके पर भाकपा के राज्य सचिव केडी सिंह ने कहा कि एबी बर्द्धन मजदूरों की आवाज थे. वे हमेशा मजदूरों की ताकत बढ़ाने के लिए लड़ते रहे. वाम जनवादी ताकतों को एकजुट करने के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे. सांप्रदायिक […]

रांची. भाकपा के पूर्व महासचिव एबी बर्द्धन के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया. मौके पर भाकपा के राज्य सचिव केडी सिंह ने कहा कि एबी बर्द्धन मजदूरों की आवाज थे. वे हमेशा मजदूरों की ताकत बढ़ाने के लिए लड़ते रहे. वाम जनवादी ताकतों को एकजुट करने के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे.

सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य प्रकाश विप्लव ने कहा कि बर्द्धन का झारखंड से भी लगाव था. वे हमेशा आदिवासी हितों की रक्षा के लिए लड़ते रहे. बासवी ने कहा कि वे आदिवासियों की जमीन के मुद्दे को लेकर भी सक्रिय रहे. वे केवल वामपंथी ही नहीं, आदिवासी और शोषितों के नेता थे. मौके पर मजदूर नेता पीके गांगुली, प्रो मिथिलेश कुमार, मोहन दत्ता, एसएन मंडल, दिनेश सिंह, मनोहर यादव, जेवियर डायस, ललन मिश्र, पावेल कुमार, फरजाना, आदि ने भी विचार रखे.

माकपा ने दी श्रद्धांजलि : माकपा के राज्य सचिव गोपीकांत बख्शी ने एबी बर्द्धन के निधन पर शोक व्यक्त किया है. श्री बख्शी ने कहा कि बर्द्धन ट्रेड यूनियनों के संगठनकर्ता थे. देश के कई आंदोलन उनके नाम रहे. 20 से अधिक बार वे जन आंदोलन को लेकर जेल गये. उनका निधन कम्युनिस्ट आंदोलन के लिए क्षति है. दूसरी ओर हटिया कामगार यूनियन कार्यालय, धुर्वा में भी एबी बर्द्धन के निधन पर शोकसभा का आयोजन किया गया.
बर्द्धन का निधन राष्ट्रीय क्षति : चंद्रप्रकाश
मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व महासचिव एबी बर्द्धन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि वर्द्धन का निधन एक राष्ट्रीय क्षति है. वे अपने विचारों में बहुत स्पष्ट थे. वामपंथी आंदोलन को धार देने में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है. अपने सार्वजनिक जीवन में उन्होंने बड़ी ईमानदारी से जिया. उनके विचार तथ्यपरक व संदेश पूर्ण होते थे. मौजूदा समय में जब राजनीति में प्रतिबद्धता तथा समर्पण की भावना कम होती जा रही है, ऐसे में उनके जीवन से सीख ली जा सकती है.

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