दरअसल आधुनिक व तेज दौर वाले इस नये रोग के बढ़ने की संभावना भी तेज रही है. इसे थामने, कम करने या फिर रोकने के लिए केंद्र सरकार राज्यों में एड्स नियंत्रण सोसाइटी के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम चलाती है. राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नेशनल एड्स कंट्रोल अॉर्गनाइजेशन या नाको) राज्यों को फंड देने के अलावा इन सभी कार्यक्रमों तथा एचआइवी पोजिटिव लोगों की संख्या पर नजर रखता है व इनकी समीक्षा करता है.
नाको की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2015 तक पूरे झारखंड में 16905 एचआइवी पोजिटिव चिह्नित थे. पर अप्रैल से अक्तूबर 2015 तक इनकी संख्या में 1107 का इजाफा हुआ है. इस दौरान सबसे अधिक 284 पोजिटिव हजारीबाग में बढ़े, जबकि रांची में 172. गौरतलब है कि हजारीबाग का विष्णुगढ़ प्रखंड एचआइवी पोजिटिव से बेहद प्रभावित है.