रांची. वर्ष 2015 शिक्षा विभाग में नियुक्तियों का वर्ष रहा़ राज्य गठन के बाद से जितने स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति वर्ष 2015 में हुई, उतनी इससे पहले कभी नहीं हुई़ इस वर्ष कक्षा एक से पांच में 12हजार और कक्षा छह से आठ में चार हजार शिक्षक नियुक्त हुए़ अपग्रेड उच्च विद्यालय में भी राज्य गठन के बाद पहली बार1700 शिक्षकों की नियुक्ति हुई़ इस तरह प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालय तक में लगभग 18 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हुई़ .
साथ ही उच्च विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता भी साफ हुआ़ राज्य के सभी कोटि के उच्च विद्यालयों के लिए शिक्षक नियुक्ति नियमावली बनी है. इससे उच्च विद्यालयों में 13 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ़.
इसके अलावा शिक्षा विभाग द्वारा गुणवत्ता युक्त शिक्षा को लेकर वर्ष 2015 में कई अभियान चलाये गये. शत-प्रतिशत बच्चों के नामांकन के लिए स्कूल चले-चलाएं अभियान चलाया गया़ राज्य में पहली बार 40 हजार प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गयी़ सफल बच्चों को पुरस्कृत किया गया़ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं के लिए कस्तूरबा समागम आयोजित किया गया. मध्याह्न भोज में सप्ताह में तीन दिन अंडा देने की योजना की शुरू हुई़ कक्षा एक से आठ तक के स्कूली बच्चों को नि:शुल्क स्कूली किट देने की योजना शुरू की गयी़
इसके तहत बच्चों को जूता-मोजा, कॉपी, बैग, पेंसिल व अन्य पाठ्य सामग्री दी गयी़ राज्य के नौ हजार प्राथमिक शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति काे सरकार की स्वीकृति मिली़ बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए पहले पढ़ाई फिर विदाई कार्यक्रम शुरू हुआ़ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की कक्षा आठ की छात्राओं को नि:शुल्क टैबलेट दिये गये. राज्य में 57 नये कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खोले गये़ कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सीटों की संख्या 100 से बढ़ाकर 150 कर दी गयी़ शिक्षा विभाग द्वारा जन शिकायत कोषांग के तहत टोल फ्री नंबर शुरू किया गया़ कक्षा नौ से 12वीं तक की छात्राओं को नि:शुल्क पोशाक, किताब व कॉपी देने की योजना को मंजूरी दी गयी़ मुख्यमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना भी शुरू की गयी.