बताया जाता है कि हाल में तुपुदाना पुलिस ने एक ट्रक विस्फोटक जब्त किया था. यह छापेमारी एक सिपाही की सूचना पर हुई थी. सिपाही के अच्छे संबंध दीपू खान से रहे हैं. वहीं जिस व्यक्ति ने विस्फोटक होने की सूचना दी थी, उसे भी पहले से दीपू खान जानता था. यह भी बताया जाता कि विस्फोटक बरामदगी मामले में दीपू खान ही तय करता था कि किसे अभियुक्त बनाया जाना है और किसे नहीं. वहीं किसे विस्फोटक के साथ पकड़ना है, यह भी दीपू तय करता था. जिन्हें केस में अभियुक्त नहीं बनाया जाता था और छोड़ा जाता था, उनसे दीपू खान रुपये की वसूली भी करता था.
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पहले भी विस्फोटक बरामद करवा चुका है शख्स
रांची. दीपू खान राजधानी में पहले भी विस्फोटक बरामद करवा चुका है. जानकारी के अनुसार कुछ माह के दौरान राजधानी में विस्फोटक बरामदगी से संबंधित जो मामले आये, उसमें यह बात सामने आयी है कि विस्फोटक नक्सलियों को सप्लाई किया जाना था, लेकिन जांच में पुलिस को किसी नक्सली या उग्रवादी की संलिप्तता की जानकारी […]
रांची. दीपू खान राजधानी में पहले भी विस्फोटक बरामद करवा चुका है. जानकारी के अनुसार कुछ माह के दौरान राजधानी में विस्फोटक बरामदगी से संबंधित जो मामले आये, उसमें यह बात सामने आयी है कि विस्फोटक नक्सलियों को सप्लाई किया जाना था, लेकिन जांच में पुलिस को किसी नक्सली या उग्रवादी की संलिप्तता की जानकारी नहीं मिली.
बताया जाता है कि हाल में तुपुदाना पुलिस ने एक ट्रक विस्फोटक जब्त किया था. यह छापेमारी एक सिपाही की सूचना पर हुई थी. सिपाही के अच्छे संबंध दीपू खान से रहे हैं. वहीं जिस व्यक्ति ने विस्फोटक होने की सूचना दी थी, उसे भी पहले से दीपू खान जानता था. यह भी बताया जाता कि विस्फोटक बरामदगी मामले में दीपू खान ही तय करता था कि किसे अभियुक्त बनाया जाना है और किसे नहीं. वहीं किसे विस्फोटक के साथ पकड़ना है, यह भी दीपू तय करता था. जिन्हें केस में अभियुक्त नहीं बनाया जाता था और छोड़ा जाता था, उनसे दीपू खान रुपये की वसूली भी करता था.
25 अप्रैल, 2014 : टाटीसिलवे थाना के समीप से 13 बोरा जिलेटन पकड़ा गया था. कोडरमा से सूमो गाड़ी में विस्फोटक लाने के आरोप में इटकी निवासी रूस्तम अंसारी और नगड़ी निवासी तौफीक अंसारी पकड़ा गया था. जबकि पुंदाग निवासी अनवर नामक व्यक्ति भाग निकला था. आशंका है कि दीपू खान अनवर को पहले से जानता था. वह यह भी जानता था कि वह विस्फोटक सप्लाई के काम से जुड़ा हुआ था.
18 जनवरी, 2015: नारकोटिक्स क्राइम ब्यूरो के अधिकारियों की सूचना पर नामकुम पुलिस ने ओड़िशा से रांची आ रही एक यात्री बस से 10 हजार पीस डेटाेनेटर और दो अन्य बसों से छह किलो गांजा बरामद किया था. पुलिस ने विस्फोटक लाने के आरोप में शेखपुरा निवासी डमरू पांडेय और राजू को पकड़ा था. पुलिस ने डमरू पांडेय की निशानदेही पर डुंडीगढ़ा निवासी सनोवर उर्फ सोनू खान के घर में छापेमारी की थी. वहां पुलिस को भारी मात्रा में विस्फोटक मिले थे. आशंका है कि दीपू पहले से जानता था कि सनोवर खान विस्फोटक सप्लाई धंधे से जुड़ा है. वह बाहर से विस्फोटक मंगवा कर अवैध रूप से माइनिंग करनेवाले को सप्लाई करता है.
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