उसने पिछले कुछ महीनों में संगठन के लिए संवेदकों से करीब डेढ़ लाख रुपये की लेवी वसूल कर एरिया कमांडर को दिया है. कैसे हुई गिरफ्तारी : मुरहू थानेदार अहमद अली को सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ सदस्य बोगन ऑड़ेया डुडरी चौक के पास संवेदकों को बुला कर लेवी की वसूली रहा है. त्वरित कार्रवाई करते हुए मुरहू थानेदार ने छापेमारी कर बोगन ऑड़ेया को धर-दबोचा. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह डुडरी चौक पर संवेदकों से लेवी वसूलने का काम करता है. उसने कई सफेदफोश लोगों का नाम भी पुलिस को बताया है. पुलिस बोगन से मिली सूचना के आधार पर छापेमारी कर रही है.
तोरपा पुलिस व सीआरपीएफ 94 बटालियन के जवानों ने जंगल की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया. पुलिस के आने की भनक लगते ही उग्रवादी वहां से भाग निकले. तलाशी के दौरान पुलिस को जंगल से 12 बोर की एक सिंगल व एक डबल बैरल की बंदूक, कारतूस तथा गोली रखने का पट्टा बरामद किया. अभियान में उप कमांडेंट अनुराग राज, निरीक्षक अजीत कुमार अधिकारी, उप निरीक्षक एलमांगते, हवलदार रमन मुंडा, तुलाराम समेत बड़ी संख्या में जवान शामिल थे.