14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गर्व है अपने सैनिकों पर : सीपी सिंह

गर्व है अपने सैनिकों पर : सीपी सिंहरांची. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने सैनिकों और उनके परिजनों को नमन करते हुए कहा : प्रभात खबर केवल अखबार नहीं निकालता है. यह वैसे सभी कार्य करता है, जो लोग अपेक्षा करते हैं. जो आम लोगों को प्रेरणा देते हैं. शौर्यगाथा उसी की एक कड़ी है. […]

गर्व है अपने सैनिकों पर : सीपी सिंहरांची. नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने सैनिकों और उनके परिजनों को नमन करते हुए कहा : प्रभात खबर केवल अखबार नहीं निकालता है. यह वैसे सभी कार्य करता है, जो लोग अपेक्षा करते हैं. जो आम लोगों को प्रेरणा देते हैं. शौर्यगाथा उसी की एक कड़ी है. सैनिकों को सम्मान देकर प्रभात खबर ने शानदार काम किया है. श्री सिंह ने कहा : सभी जानते हैं कि सरहद पर रहना, वहां काम करना कितना मुश्किल है. सरहद की कठिन परिस्थितियों में देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाते हैं. हमें अपने सैनिकों पर गर्व है. देश गौरवशाली सैनिकों के इतिहास से भरा-पड़ा है.झारखंड में जन्म लेकर शहीदों ने पवित्र की है भूमि : गोपाल सिंहशहीदों के झारखंड में जन्म लेने से यहां की भूमि पवित्र हुई है. स्वतंत्र भारत देश के वीर जवानों के त्याग, तपस्या व बलिदान का ही परिणाम है. उक्त बातें सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह ने कहा. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर द्वारा आयोजित समाराेह अभूतपूर्व है. यह प्रभात खबर का राज्य की मिट्टी के प्रति लगाव दिखाता है. चुनाव के समय लोगों को उनका अधिकार बताने के लिए जागरूकता फैलाना हो या शहीदों के प्रति सम्मान जताने की अभिप्सा, प्रभात खबर झारखंड की जनता की भावनाओं से जुड़ा है. श्री सिंह ने राज्य सरकार की सराहना करते हुए कहा कि झारखंड सरकार शानदार काम कर रही है. ईज आॅफ डूइंग बिजनेस में 29वें से तीसरे स्थान तक पहुंचना सरकार की इच्छाशक्ति और कार्यों के कारण ही संभव हुआ है. कभी घाटे में रहने वाले सीसीएल ने पिछले एक साल में 11.1 फीसदी का ग्राेथ किया है. यह सरकार का ही जादू है, जो राज्य के केवल आठ जिलों में काम करनेवाली कोयला कंपनी सीसीएल देश की सबसे ज्यादा ग्रोथ करनेवाली कंपनी बन गयी है. यही स्थिति रही, तो अगले कुछ वर्षों में झारखंड देश का सबसे विकसित राज्य होगा. श्री सिंह ने कहा कि कुछ लोग नकारात्मक बातें करते हैं, लेकिन वास्तविकता है कि आज सरकार पर आम लोगों का विश्वास काफी बढ़ा है.जवानों के जीवन से सीख देगी शौर्यगाथा : संजय कुमाररांची. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शौर्यगाथा के प्रकाशन के लिए प्रभात खबर को सराहा. कहा : शौर्यगाथा में वर्णित जवानों के जीवन से सीख मिलती है. इससे बच्चे रोमांचित होंगे और सबक लेंगे. बच्चों को वीर सैनिकों के रूप में रोल मॉडल मिलेगा. रोल मॉडल बहुत महत्वपूर्ण है. रोल मॉडल जीवन में मील का पत्थर साबित होता है. उनसे प्रभावित होकर बच्चे और युवा अपना जीवन संवारने का प्रयास करते हैं. 1971 के युद्ध को याद करते हुए श्री कुमार ने बताया : उस समय मैं पांच वर्ष का था, पर सैनिकों की आभा ऐसी थी कि छोटी उम्र में ही मैंने अलबर्ट एक्का को जाना. देश के पहले परमवीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा के बारे में पढ़ा. बाद में मैं आइएएस बना. 1999 में जमशेदपुर का उपायुक्त था. वह कारगिल युद्ध का समय था. एक दिन सुबह अचानक प्रभात खबर के पहले पन्ने पर दो आदिवासी महिलाओं को धान की रोपनी करते तस्वीर देखी. पता चला वह परमवीर चक्र विजेता अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का है. मन ग्लानि से भर उठा. इसलिए नहीं कि धान की रोपनी ग्लानि वाला काम है, फिर भी परमवीर चक्र विजेता की पत्नी को रोपनी करते देख अच्छा नहीं लगा. हमने प्रभात खबर के साथ मिल कर शहीद की पत्नी की आर्थिक मदद के लिए रुपये इकट्ठा करना शुरू किया. लगभग सवा चार लाख रुपये जमा कर उनको दिये गये. रुपये इकट्ठा करने के दौरान लोगों, विशेष रूप से पैसे वाले लोगों के व्यवहार से दुख हुआ. अमीरों ने मदद की जगह केवल आवश्वासन दिया. शायद उन्हें लगता है कि इससे उनके जीवन पर कोई फर्क नहीं पड़ता. श्री कुमार ने कहा : 1991 में मैं आइएएस ट्रेनिंग के दौरान सीमा पर गया. वहां मुझसे रात भर भारतीय सीमा से आधा किमी दूर जवानों के साथ रहना पड़ा. मैंने महसूस किया कि सैनिकों को ऐसी कई चीजें करनी पड़ती है, जो बहादुरी नहीं लगती, लेकिन उनको करना बहुत मुश्किल होता है. जहां एक रात बिताना मेरे लिए भारी है, वहां हमारे सैनिक रोज रात देश की रक्षा में तैनात रहते हैं. श्री कुमार ने सैनिकों से प्रेरणा लेने की बात करते हुए कहा : ईमानदारी से जीवन जीने की कोशिश कर रहे हर आदमी में शौर्य है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें