रांची: टाटा मोटर्स के चेसिस ड्राइवर को न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने पर प्रबंधन और मजदूरों के बीच सहमति नहीं बनी. श्रम मंत्री चंद्रशेखर दुबे ने दोनों पक्षों के साथ बुधवार को अपने कार्यालय में बैठक की. प्रबंधन द्वारा समय की मांग की गयी है. मंत्री ने कहा कि 16 नवंबर को पुन: प्रबंधन और मजदूरों के साथ वार्ता होगी. इसमें सहमति बनाने का प्रयास किया जायेगा.
गौरतलब है कि टेल्को कॉन्वाई ड्राइवर मजदूर संघ ने 915 चालकों की न्यूनतम मजदूरी एवं लेबर एक्ट के तहत अन्य अधिकारियों की मांग की थी. संघ के महामंत्री दिनेश पांडेय ने कहा कि 24 घंटे काम कराने के बावजूद 176 रुपये प्रतिदिन की दर से मजदूरी का भुगतान किया जाता है. पीएफ भी जमा नहीं किया जाता. कंपनी के तरफ से एजीएम सुमंत सिन्हा और लीगल डिपार्टमेंट के प्रमुख आरके दास ने हिस्सा लिया.
उन्होंने विस्तृत जानकारी के लिए मंत्री से समय की मांग की. मंत्री ने 16 नवंबर का समय दिया है. बैठक में टेल्को मजदूरों के विभिन्न मांगों पर भी चर्चा हुई है. मंत्री ने कहा कि प्रबंधन को साफ कह दिया गया है कि मजदूरों के एक पैसे भी क्षति नहीं होनी चाहिए. जो अधिकार है, वह मिलना चाहिए. टाटा कमिंस के मजदूरों के नियमितीकरण पर भी बातें हुई हैं, जिस पर फैसला नहीं हो सका है.
आरएंडडी सेल के मजदूरों का मामला भी मंत्री के पास
आरएंडडी सेल के मजदूरों ने भी पीएफ व ग्रेच्युटी नहीं देने की शिकायत मंत्री से की है. साथ ही स्थायीकरण करने की मांग की है. मंत्री ने इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के साथ बात की. प्रबंधन द्वारा कहा गया कि मामला कोर्ट में चल रहा है. इस कारण कोई भी फैसला नहीं लिया जा सकता. मंत्री ने कहा कि वह प्रयास करेंगे कि सेटलमेंट हो जाये.