रांची: छठ पूजा में अब मात्र चार दिन शेष है, लेकिन राजधानी के छठ घाट अभी तक व्रतियों के लिए तैयार नहीं है. तालाब में पानी पर्याप्त है, लेकिन तालाब के किनारे कचरा एवं पॉलिथीन का अंबार लगा हुआ है.
मां दुर्गा की प्रतिमा के विसजर्न से तालाबों के किनारे पुआल पहले से ही जमा था. लक्ष्मी-गणोश की मूर्ति विसजिर्त किये जाने के बाद तो स्थिति और बदतर हो गयी है. रंग-बिरंगे कपड़े एवं पॉलिथीन से तालाब पट गये हैं. अगर समय रहते सफाई नहीं हुई तो छठ व्रतियों को गंदगी के बीच ही पूजा करनी पड़ेगी.
निगम की योजना फेल
छठ घाटों की सफाई को लेकर नगर- निगम गंभीर नहीं है. छठ पर्व नजदीक है, लेकिन निगम द्वारा घाटों की सफाई शुरू नहीं की गयी है. अगर यही हाल रहा तो निगम की लापरवाही का खामियाजा व्रतियों को भुगतना पड़ेगा.
घाटों की ओर जानेवाले पथ को दुरुस्त करें : अन्नपूर्णा
रांची : समाज कल्याण, महिला और बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने छठ पर्व के पूर्व सभी घाटों की ओर जाने वाले रास्तों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि झारखंड-बिहार के लोग आस्था व विश्वास के साथ महापर्व छठ करते हैं. इसके लिए छठ घाटों की साफ-सफाई कराने का निर्देश जिला प्रशासन को दिया गया है. समाज कल्याण मंत्री ने राज्यवासियों को भैया दूज, गोवर्धन पूजा व चित्रगुप्त पूजा की बधाई दी है. उन्होंने कहा कि भैया दूज में बहनें अपने भाइयों के स्वास्थ्य व दीर्घायु की कामना करती हैं, वहीं गोवर्धन पूजा में आम लोग गौ माता की पूजा करते हैं. उन्होंने आस्था के महापर्व पर छठ पर भी राज्य वासियों को शुभकामनाएं दी हैं.