रांची: तुपुदाना ओपी क्षेत्र के डुंगरा गांव में चार दिन पहले पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में घायल पीएलएफआइ के एक उग्रवादी फिरोज अंसारी को पुलिस ने रिम्स से गिरफ्तार किया है. उसे रविवार की रात वहां से पकड़ा गया. पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के दरान एक गोली उसके पेट में और दूसरी गोली पैर में लगी थी.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस की सुरक्षा में उसका इलाज चल रहा है. उसकी सुरक्षा में रिम्स में अलग से जवानों की तैनाती की गयी है. फिरोज दशमाइल का रहनेवाला है और वह कई घटनाओं में भी शामिल रहा है. आरंभिक पूछताछ में उसने उग्रवादी होने की बात से इनकार किया है. उसने पुलिस को बताया है कि वह खूंटी जा रहा था, इसी दौरान फायरिंग हो रही थी. इस कारण उसे गोली लगी है. हटिया एएसपी प्रशांत आनंद ने घायल फिरोज अंसारी के पीएलएफआइ उग्रवादी होने की पुष्टि की है.
एएसपी ने बताया कि फिरोज ने ही व्यवसायी को लेवी के लिए फोन कर डुंगरा गांव बुलाया था. एएसपी के अनुसार मुठभेड़ के दौरान वह बिल्कुल उनके सामने था. उसने ही पुलिस बल पर फायरिंग की थी. इधर, मामले में तुपुदाना ओपी प्रभारी संजय ने भी फिरोज के मुठभेड़ में शामिल होने की पुष्टि की है. तुपुदाना ओपी प्रभारी ने बताया कि फिरोज अभी अधिक बोल पाने में असमर्थ है. ठीक होने पर उससे विस्तार से पूछताछ की जायेगी.
उल्लेखनीय है कि गत पांच नवंबर को पीएलएफआइ के कुछ उग्रवादी डुंगरा गांव में व्यवसायियों से लेवी लेने पहुंचे थे. इसकी सूचना हटिया एएसपी प्रशांत आनंद को मिली, तब उन्होंने उग्रवादियों को ट्रेप की योजना तैयार की थी. वह तुपुदाना ओपी प्रभारी और पुलिस बल के साथ डुंगरा गांव पहुंचे थे. वहां उग्रवादियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी थी.
पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसके बाद वहां से उग्रवादी भाग निकले. हटिया एएसपी ने काफी दूर तक उग्रवादियों का पीछा भी किया था, लेकिन वे पुलिस से बच कर भागने में सफल रहे थे. घटना के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के दौरान दो राइफल, गोली सहित अन्य सामान बरामद किये थे. पुलिस ने भुठभेड़ में दो उग्रवादियों के घायल होने का दावा किया था. तुपुदाना ओपी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि फिरोज अंसारी छह-सात नवंबर की रात ही रिम्स में इलाज के लिए भरती हुआ था. जब इसकी सूचना पुलिस को रविवार को मिली, तब उसे गिरफ्तार किया गया.