* 52 सीडी और लादेन से जुड़े जेहादी ग्रंथ के संबंध में पुलिस ले रही है जानकारी
रांची/हटिया : पटना में गुजरात के मुख्यमंत्री की रैली के दौरान सीरियल ब्लास्ट के मामले में गिरफ्तार धुर्वा के सीठियो निवासी इम्तियाज अंसारी खुद को हदीश नामक धार्मिक संगठन का धर्म प्रचारक बताता था. वह धर्म प्रचार के नाम पर काफी दिनों तक घर से गायब रहता था. जमात में जाने की बात कह वह निकलता था.
पटना में हुए बम धमाकों की जांच में जुटी टीमों को इम्तियाज के कमरे से एक कलेंडर बरामद हुआ है. इस कैलेंडर में 26 और 27 तारीख को आजम लिखा पाया गया है. इन्ही तारीखों के बगल में दो मोबाइल नंबर लिखा मिला है. ये नंबर पेन से लिखे हुए हैं. जांच में लगी टीमें अब पटना में हुए बम धमाकों और इस कैलेंडर का कनेक्शन पता करने में लगी हुई है. कैलेंडर पर ही बहुत से हथियारों के नाम भी लिखे पाये गए है. इम्तियाज की भाभी ने बताया की वह धर्म प्रचार के नाम पर महीनों गायब रहता था.
बताया जाता है कि जमात में जानेवाला व्यक्ति 40 से 50 दिनों तक घर से बाहर रहता है. इस तरह वह अक्सर 40-50 दिनों तक गायब रहा करता था. उसने खुद को इस तरह प्रचारित कर रखा था कि उस पर किसी को कोई संदेह नहीं होता था.
पुलिस को मिले पेन ड्राइव से ब्लास्ट के बारे में बहुत से राज खुलने के आसार हैं. रविवार की रात पुलिस ने विस्फोटक और अन्य सामान के साथ ब्लु रंग की पेन ड्राइव बरामद की है. पेन ड्राइव में उर्दू में 50 से अधिक फाइल हैं. फाइल की कॉपी एनआइए सहित कई अन्य जांच एजेंसियों को भेज दी गयी है. सभी जांच एजेंसियां उस फाइल की जांच में जुट गये हैं.
* 30 कमरों का घर है इम्तियाज के पिता का
इम्तियाज जिस घर में रहता है, वह घर उसके पिता ने बनवायी है. दो तल्ला घर में 30 कमरे हैं. इम्तियाज के पिता ने सभी छह भाइयों को पांच-पांच कमरा दिया है. इम्तियाज को पहले तल्ले पर तीन और निचले तल्ले पर दो कमरा मिला है. पहले तल्ले के तीनों कमरे बिल्कुल एकांत में है.
* कोलकाता जाने की बात कह निकले थे
कोलकाता जाने की बात कह कर तीन दिन पहले इम्तियाज, तौफिक, तारिक और नुमान घर से निकले थे. हालांकि चार साल से उनका बाहर आना-जाना लगा रहा है. गांव के उप मुखिया साजिद अंसारी का कहना है कि गांव में उन लोगों की छवि अच्छी नहीं थी. इम्तियाज की पिछले साल मुहल्ले के लोगों ने पिटाई भी की थी. वहीं ग्रामीण कई बार धमकी भी दे चुके थे. वह जिस अहले हदीश की बात करता था, वह कहीं न कहीं उनकी धार्मिक कट्टरता को चोट पहुंचाता था.
* 52 सीडी में हैं धार्मिक गानें
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार 52 सीडी इम्तियाज के घर से बरामद किये गये हैं. उसमें धार्मिक गाने हैं, लेकिन उन उन धार्मिक गानों में भी आतंकी से संबंधित कोडिंग छिपे हो सकते हैं. जांच एजेंसियां उस सीडी का भी अध्ययन करेगी.
* ..तो तारिक की हत्या कर देंगे
तारिक के संबंध में गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि उसका बड़ा भाई तौहिद ने बातचीत में उनसे कहा कि यदि तारिक का संबंध इंडियन मुजाहिद्दीन से है, तो वह अपने भाई की हत्या कर देगा.
* इम्तियाज ने किया कई नामों का खुलासा
पटना पुलिस ब्लास्ट के मामले की जांच करने रांची (धुर्वा थाना) पहुंची. जानकारी के मुताबिक इस ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार इम्तियाज ने कई और नामों का खुलासा किया है. उन व्यक्तियों के घर पर रांची पुलिस की सहायता से सोमवार की देर रात छापेमारी की गयी. इम्तियाज धुर्वा के सीठियो निवासी हैं. सीठियो के अलावा रांची के अन्य स्थानों में रहनेवाले व्यक्ति के नामों का भी खुलासा किया है.
* नुमान के घर पहुंची टीम
विशेष शाखा की टीम इम्तियाज के सहयोगी नुमान के घर जांच करने पहुंची. अधिकारियों ने उनके परिजनों से पूछताछ की. घंटों पूछताछ करने के बाद टीम वापस लौटी. विशेष शाखा को उनसे कुछ जानकारी मिली है. उस पर विशेष शाखा जांच कर रही है.
* देर रात मसजिद से एलान
रविवार को इम्तियाज के घर से प्रेशर कुकर बम और विस्फोटक बरामद होने के बाद देर रात मीडिया के लोग सीठियो बस्ती पहुंचे थे. मीडिया के लोगों के चले जाने के बाद मसजिद से एलान कर इमरजेंसी बैठक बुलायी गयी. उस बैठक में मीडिया या किसी अन्य लोगों से इम्तियाज सहित अन्य लोगों से बात करने के लिए मना किया गया. इस कारण सोमवार को मीडिया से ग्रामीणों ने बात नहीं की.
* चार आतंकियों का होना गंभीर मामला : एडीजी
एडीजी एसएन प्रधान ने इस संबंध में कहा कि यह पहला मौका है, जब यह सच सामने आया है कि रांची में भी आतंकी बनते हैं. इससे पहले भी रांची या राज्य के दूसरे हिस्सों के युवकों के आतंकी संगठनों से संबंध होने की बात आयी है. कई आतंकियों (रांची, जमशेदपुर में) को गिरफ्तार भी किया गया. हजारीबाग में दो आतंकी मारे भी गये थे, लेकिन सभी बाहर जाकर आतंकी बनें थे, या फिर बाहर के रहनेवाले थे. झारखंड को सिर्फ छिपने के लिए इस्तेमाल करते थे.
सीठियो गांव के चार लोगों के आतंकी संगठन में होने का मामला राज्य पुलिस के लिए गंभीर बात है. जिन आतंकियों के नाम सामने आये हैं, सभी का जन्मस्थली भी रांची ही है. सभी यही पले-बढ़े और कमा-खा रहे थे, लेकिन आतंकी बन गये. इम्तियाज ने अपने भतीजे तौफिक को भी अपने साथ मिला लिया था. इम्तियाज की उम्र तो करीब 26 साल है, लेकिन तौफिक 15-16 साल का ही है. इसी साल उसने धुर्वा स्थित जेएन कॉलेज में इंटर में नामांकन लिया था. अन्य दो आतंकी नोमन और तौफिक भी सीठियो का ही रहनेवाला है.