10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हवा -पानी ने बढ़ायी ठंड

हवा -पानी ने बढ़ायी ठंडफोटो : कैप्शन नामकुम से धान के खेत में हुई बर्बादी को दिखलाती महिलाओलों के कारण मरे पक्षीलुपुंगटोली में जमा बर्फप्लांडू में ओलावृष्टि के बाद जमा बर्फ व टूटे ग्रीन हाउसप्लांडू में टमाटर व अन्य सब्जियों की फसल हुई बर्बादपपीते के पौधों को हुआ नुकसानबर्फ के कारण गिरे फल, हुआ नुकसान40 […]

हवा -पानी ने बढ़ायी ठंडफोटो : कैप्शन नामकुम से धान के खेत में हुई बर्बादी को दिखलाती महिलाओलों के कारण मरे पक्षीलुपुंगटोली में जमा बर्फप्लांडू में ओलावृष्टि के बाद जमा बर्फ व टूटे ग्रीन हाउसप्लांडू में टमाटर व अन्य सब्जियों की फसल हुई बर्बादपपीते के पौधों को हुआ नुकसानबर्फ के कारण गिरे फल, हुआ नुकसान40 मिमी के करीब हुई बारिश 24 घंटे की बारिश ने शहर को किया पानी-पानीसंवाददाता, रांची बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का असर दूसरे दिन भी झारखंड के कई जिलों में रहा. इस कारण गुरुवार की शाम से रुक-रुक कर बारिश हो रही है. कहीं-कहीं ओले भी पड़े हैं. लगातार बारिश से अचानक ठंड बढ़ गयी है. अब तक करीब 40 मिमी वर्षा रिकाॅर्ड किया गया है. बारिश होने से शहरी आबादी अस्त-व्यस्त हो गयी है. एयरपोर्ट स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी बीके मंडल के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर झारखंड के कई जिलों में है. इसका असर अगले 24 घंटे तक रह सकता है. इसके बाद आकाश साफ हो सकता है. अधिकतम तापमान पांच डिग्री सेसि गिरा राजधानी का अधिकतम तापमान पांच डिग्री सेसि से अधिक गिर गया है. शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री सेसि रिकाॅर्ड किया गया. दो दिन पहले राजधानी का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेसि के आसपास था. न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री सेसि नीचे रिकाॅर्ड किया गया. शुक्रवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेसि रहा. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण दिन भर ठंड का एहसास हुआ. धान को नुकसान, रबी में होगा फायदा पश्चिमी विक्षोभ से हो रही बारिश से धान की फसल को नुकसान हो सकता है. जो फसल पक कर तैयार है, उसे नुकसान हो सकता है. बीएयू के मौसम खेती परामर्श केंद्र के नोडल अधिकारी सह मौसम वैज्ञानिक डॉ ए वदूद के अनुसार अभी धान की कटाई नहीं करें. मिट्टी की नमी का फायदा उठायें. जमीन को जोत कर रबी की खेती के लिए तैयार कर लें. ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हुई फसल, करोड़ों का नुकसानगुरुवार की रात नामकुम में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. नामकुम के राजाउलातु, रामपुर, लाली, हहाप, सोदाग आदि क्षेत्रों में जहां जबरदस्त ओले पड़े, वहीं बारिश व तेज हवा के कारण धान की बची फसल भी बर्बाद हो गयी. इसके अलावे लघु वनोत्पाद जैसे लाह, इमली, करंज आदि पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. प्रखंड के अकेले सोगोद गांव में ही लाह की तकरीबन दो करोड़ की फसल ओला के कारण तबाह हो गई. कई मकानों के छत उडो व जगह-जगह पेड़ भी गिरे हुए हैं. विधायक पहुंचे नुकसान का जायजा लेने नुकसान का जायजा लेने के लिए विधायक रामकुमार पाहन, एसी शैलेंद्र कुमार लाल, नामकुम बीडीओ गौरी शंकर शर्मा आदि ने विभिन्न गांवों का दौरा किया व नुकसान का आकलन किया. अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया है. विधायक ने कहा है कि लोगों को सहायता दी जायेगी. हार्प में भी हुआ भारी का नुकसानप्लांडु स्थित हार्प में भी ओलों के कारण फसलों को नुकसान हुआ है. यहां पौधों के विकास के लिए बने कई ग्रीन हाउस बर्फ के जमने के कारण टूट गए. वहीं खुले खेत की फसल भी बर्बाद हो गई. मलचिंग तकनीक के तहत खेतों पर बिछाए गए प्लास्टिक ओलों के कारण फट गए, वहीं फार्म में जमा पानी के कारण रबी की फसल में भी देर होने की बात की जा रही है. संस्थान के वैज्ञानिकों ने बताया कि हार्प के विभिन्न फार्मों से बर्फबारी के कारण हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें