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पतरातू में गैंगस्टर किशोर पांडेय के पिता की हत्या, एक शूटर ढेर

पतरातू (रामगढ़): आपराधिक गिरोह के सरगना रहे स्व किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय (60)की सोमवार को तीन अपराधियों ने बीच बाजार में हत्या कर दी. दिन के 12.30 बजे वह पतरातू बाजार स्थित राम जानकी मंदिर के समीप सब्जी खरीद रहे थे. कनपटी में रिवाल्वर सटा कर उन्हें गोली मार दी गयी. घायल कामेश्वर […]

पतरातू (रामगढ़): आपराधिक गिरोह के सरगना रहे स्व किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय (60)की सोमवार को तीन अपराधियों ने बीच बाजार में हत्या कर दी. दिन के 12.30 बजे वह पतरातू बाजार स्थित राम जानकी मंदिर के समीप सब्जी खरीद रहे थे. कनपटी में रिवाल्वर सटा कर उन्हें गोली मार दी गयी. घायल कामेश्वर पांडेय को पहले पतरातू प्रखंड चिकित्सालय लाया गया. वहां से रिम्स ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गयी.

दो अपराधियों को दबोचा : इधर, स्थानीय लोगों ने घटना को अंजाम देकर भाग रहे अपराधियों का पीछा किया. भीड़ ने एक अपराधी सािबर खान (35) को जयनगर स्थित जिंदल कैंपस के पास दबोच लिया. पीटने के बाद उसके सिर में दो गोली मार दी.

घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. वह संभवत: पतरातू का रहनेवाला था. इसके बाद लोगों ने जिंदल कैंपस में छिपे दूसरे अपराधी गौतम मंडल (30) को पकड़ लिया. पीट-पीट कर उसे अधमरा कर दिया. मौके पर पहुंची पुलिस के कारण उसकी जान बच गयी. उसे रामगढ़ केंद्रीय अस्पताल में भरती कराया गया है. वह 24 परगना पश्चिम बंगाल का रहनेवाला है. वहीं तीसरा अपराधी घने जंगल का फायदा उठा कर भाग निकला. लोगों ने जंगल में आग लगा कर उसे खोजने की कोिशश की, पर नाकाम रहे.

कैंप कर रहे एसपी, डीएसपी : इधर, घटना के बाद बाजार में अफरा-तफरी मच गयी. घटना की सूचना पर रामगढ़ एसपी डॉ एम तमिल वाणन, हेड क्वार्टर डीएसपी वीरेंद्र चौधरी सहित पतरातू, बासल, भुरकुंडा, भदानीनगर, बरकाकाना ओपी की पुलिस मौके पर पहुंची. समाचार लिखे जाने तक एसपी, डीएसपी सहित सारे पुलिस अधिकारी पतरातू क्षेत्र में कैंप किये हुये थे. इधर घटना के बाद दहशतजदा लोगों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर ली.

गैंगवार में मारे गये थे : मालूम हो कि गैंगस्टर िकशोर पांडेय की भी 15 अक्तूबर 2014 को जमशेदपुर में हत्या कर दी गयी थी. वहीं गैंगवार में सुशील श्रीवास्तव की दो जून 2015 को हजारीबाग कोर्ट परिसर में गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.

सुशील श्रीवास्तव की हत्या का बदला लिया
सुशील श्रीवास्तव के बेटे अमन ने कामेश्वर पांडेय की हत्या की जिम्मेवारी ली है. उसने प्रभात खबर को फोन कर दावा किया कि उसने ही किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय को मार कर अपने पिता सुशील श्रीवास्तव की हत्या का बदला लिया है.

सरेआम कनपट्टी में मारी गोली
पांडेय गिरोह के सरगना रहे स्व किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय की हत्या सोमवार को सब्जी खरीदने के दौरान दिन-दहाड़े कर दी गयी. कामेश्वर पांडेय की हत्या करने के लिए अपराधियों ने रेकी की थी. विगत तीन दिनों से कुछ अंजान चेहरे पतरातू बाजार व आसपास देखे जा रहे थे. इस बात की पुष्टि बाजार के कुछ व्यवसायियों ने भी की है. ये अंजान चेहरे किशोर पांडेय के घर के आसपास से भी गुजरते देखे गये हैं.

अपराधियों का यह गिरोह कामेश्वर पांडेय को तलाश रहा था. विगत तीन दिनों में कामेश्वर पांडेय सोमवार को पहली बार घर से बाहर बिना किसी सुरक्षा के निकले थे. अपराधियों को बस इसी अवसर का इंतजार था. हालांकि सोमवार के हाट बाजार में कामेश्वर पांडेय को मारना काफी जोखिम भरा था, लेकिन अपने आका के दबाव के कारण अपराधियों ने उन्हें मारने का रिस्क उठा लिया. जैसे ही सब्जी खरीदने के क्रम में वे हाट से थोड़ा किनारे हुए, अपराधियों ने उन्हें अपना निशाना बना लिया.

गोली चलते ही मिनटों में बंद हो गयीं दुकानें
कामेश्वर पांडेय को जिस जगह पर गोली मारी गयी, वहां सोमवार के दिन हाट लगता है. इसमें 10 बजे दिन के बाद सैकड़ों लोग हमेशा मौजूद रहते हैं. घटना के वक्त हाट में करीब एक हजार से ज्यादा व्यवसायी व आमलोग मौजूद थे. बावजूद इसके अपराधियों ने बड़े ही दुस्साहसिक तरीके से हत्याकांड को अंजाम दिया. इस हत्याकांड को अंजाम देने के तरीके से पूरा पतरातू बाजार खौफजदा है. घटना के बाद तुरंत बाजार की दुकानें बंद हो गयी. वहीं दूर-दराज से आये छोटे-मोटे व्यापारियों ने अपनी दुकानें मिनटों में समेट लीं.

किशोर की हत्या के बाद नहीं मनी थी दीवाली
किशोर पांडेय की हत्या के बाद पिछले साल पतरातू बाजार व आसपास में दीवाली नहीं मनायी गयी थी. अपराधियों ने इस दफा भी पतरातू को दीवाली के पहले उदास कर दिया है. यह संयोग मात्र नहीं हो सकता कि एक वर्ष के बाद ठीक उसी समय पिता की हत्या भी हो जाये. अपराधियों ने जानबूझ कर कामेश्वर पांडेय की हत्या के लिए फिर से उसी समय का चयन कर अपने मजबूत इरादों को दर्शाने का काम किया है. उनकी मंशा पतरातू की दिवाली को उदास करने की है. हालांके इस दफा अपराधियों को भी झटका लगा है. उसका एक शूटर मारा गया और दूसरा पकड़ा गया है.

शव रिम्स से लेकर वापस चले गये परिजन
किशोर पांडेय के पिता कामेश्वर पांडेय को गोली लगी अवस्था में लेकर परिजन रिम्स पहुंचे, लेकिन कुछ क्षण वहां रखने के बाद सभी वापस लेकर चले गये़ हालांकि सूचना मिलने पर बरियातू पुलिस रिम्स पहुंच चुकी थी. बताया जाता है कि परिजन काफी आवेश में थे. शोर मचाते हुए वे जिस वाहन से पहुंचे थे, उसी वाहन से वे वापस चले गये. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कामेश्वर पांडेय के पूरे शरीर से खून बह रहा था. लोगों ने समझा की वे किसी दुर्घटना में घायल हुए है़ं.

घटना के बाद वाहनों की तलाशी: कामेश्वर पांडेय की हत्या की सूचना मिलते ही बरकाकाना ओपी क्षेत्र के घुटुवा मेें सअनि विनोद कुमार के नेतृत्व में वाहन जांच अभियान शुरू कर दिया गया. पुलिस अपाची बाइक से फरार हुए अपराधियों की तलाश में जुटी रही.

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