रांची : 15 नवंबर से रांची, हजारीबाग व देवघर के शहरी क्षेत्र के उपभोक्ता को एलइडी बल्ब दिया जायेगा. यह बल्ब 100 रुपये का होगा अौर एक उपभोक्ता को अधिकतम 10 एलइडी बल्ब दिये जायेंगे. उपभोक्ता दस रुपये की मासिक किस्त पर भी इसे ले सकते हैं. उक्त बातें झारखंड विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक राहुल पुरवार ने रविवार को मोरहाबादी विद्युत उपकेंद्र परिसर में आयोजित प्रेस मीट में कही.
उन्होंने कहा कि रांची में मोरहाबादी के अलावा अन्य दो जगहों पर इसका वितरण किया जायेगा. इसके लिए उपभोक्ता को नवीनतम बिजली बिल की छाया प्रति लानी होगी.
तैयार हो रहा एप्स, मोबाइल से जमा होगा बिजली बिल
इस माह के अंत तक राज्य में बिजली से संबंधित सभी सेवायें मोबाइल पर ऑनलाइन कर दी जायेंगी. इसके लिये आइओएस, विंडोज और एंड्रायड, तीनों तरह के आॅपरेटिंग सिस्टम के लिये मोबाइल एप्स तैयार किया जा रहा है. मोबाइल एप्स पर बिजली बिल जमा करने, नया कनेक्शन लेने जैसी अन्य सेवायें होंगी. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बिल जमा करने की सुविधा को लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
बिजली चोरी रोकना पहली प्राथमिकता होगी
राहुल पुरवार ने कहा कि बिजली चोरी रोकना उनकी पहली प्राथमिकता होगी. विभाग जल्द ही इस पर पूरी तरह से अंकुश लगा पायेगा. इसके लिए छापामारी अभियान को अौर कारगर बनाया जायेगा व सेवानिवृत्त सेना के जवानों की एक टीम बनाकर उसे हर जगह तैनात किया जायेगा. इसके अलावा फुटपाथ के दुकानदारों व अस्थायी आवासों में बिजली का कनेक्शन कैसे आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए भी विभाग जल्द प्रयास शुरू विकरेगा. ताकि बिजली चोरी को हर हाल में कम किया जा सके अौर विभाग के राजस्व में भी बढ़ोतरी हो सके.
दुर्भावना नहीं, प्रशासनिक कारणों से हुए हैं तबादले
श्री पुरवार ने वितरण निगम द्वारा हाल ही में किये गये अभियंताओं के तबादले पर सरकार का रुख साफ किया. उन्होंने कहा कि तबादले प्रशासनिक कारणों से किये गये हैं. तबादलों को बेवजह प्रचारित किया जा रहा है. तबादलाें में किसी तरह की दुर्भावना नहीं है. पूरी पारदर्शिता बरतते हुए तबादले किये गये हैं. यह कोई सजा नहीं है. तबादला नौकरी का ही एक अंग है.
बुढ़मू से लेकर रातू के बीच में बनेगा अत्याधुनिक ग्रिड
वितरण निगम आने वाले दो साल के अंदर बुढ़मू से लेकर रातू के बीच में अत्याधुनिक ग्रिड बनायेगा. यह ग्रिड राज्य का एक आइडियल ग्रिड होगा, जिससे रांची को एक ग्रिड में समस्या उत्पन्न होने पर दूसरे ग्रिड से बिजली उपलब्ध कराया जा सके . इसके लिए जल्द ही जमीन आवंटित हो जाने की संभावना है. इसके बाद से दो साल के अंदर इसे बनाकर तैयार कर लिया जायेगा.
मोरहबादी सहित अन्य सब-स्टेशन बनेंगे आइडियल
उन्होंने कहा कि मोरहाबादी सहित अन्य सब-स्टेशनों को आइडियल बनाया जायेगा. दो माह के अंदर यह व्यवस्थित हो जायेगा. इसे आउटसोर्सिंग के माध्यम से व्यवस्थित किया जायेगा. प्रेस मीट में महाप्रबंधक सह मुख्य अभियतां अोम प्रकाश अंबष्ट, अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार, तकनीकी सचिव संजय कुमार, निदेशक जनसंपर्क राकेश रौशन, संयुक्त सचिव नंबर एक डीके सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.