रांची : दुर्गा पूजा में इस बार चाक-चौबंद सुरक्षा के बीच श्रद्धालु बेफिक्र होकर पंडालों का भ्रमण कर रहे हैं. राज्य सरकार ने पूजा को लेकर विशेष तैयारी की है. पूर्व में जिन कमियों को लेकर दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी, इस बार उन पर खासतौर पर ध्यान दिया गया है. राज्य सरकार पूजा के दौरान किसी भी समस्या से निपटने के लिए विभागों को हिदायत दे चुकी है. पहली बार शहर में बड़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. जगह-जगह पंडालों पर यह नोटिस चिपकाया गया है कि आप सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हैं. असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए ऐसा किया गया है.
पूजा पंडालों की ड्रोन कैमरे से निगरानी
रांची. दुर्गा पूजा के दौरान आम लोग और पूजा पंडालों की सुरक्षा को लेकर सोमवार की शाम से ड्रोन कैमरे से निगरानी शुरू कर दी गयी. ड्रोन कैमरे से लैश चार टीम का गठन किया गया है. सभी के साथ एक पुलिस पार्टी तैनात की गयी है, ताकि किसी घटना या संदिग्ध पर नजर पड़ते ही तत्काल कार्रवाई की जा सके. निगरानी शुरू करने से पहले पुलिस लाइन में एसएसपी प्रभात कुमार, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, ट्रैफिक एसपी मनोज रतन चौथे ने ड्रोन कैमरे का ट्रायल किया. इसके साथ ही सभी पूजा-पंडाल और चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस और जवानों की तैनाती कर दी गयी है. ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की पहले सभी ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को पुलिस लाइन में ट्रैफिक एसपी और ट्रैफिक डीएसपी दिलीप कुमार ने प्रशिक्षण दिया. एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि आम लोगों की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से सर्तक है. पुलिस किसी भी घटना से निबटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
डॉग स्क्वायड की भी तैनाती
पूरे राज्य में 10 हजार जवानों को तैनात किया गया है. पुलिस मुख्यालय की ओर से 2800 अतिरक्ति पुलिस बल के अलावा टीयर गैस पार्टी दी गयी है. इसके साथ ही अलग से दंगा निरोधक दस्ते को एलर्ट कर दिया गया है. राजधानी रांची में करीब 293 मजिस्ट्रेट और 1600 फोर्स की तैनाती की गयी है. राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी अलर्ट कर दिया गया है. पहली बार पूजा पंडालों की बारीकी से जांच डॉग स्क्वायड की टीम से करायी जा रही है. इधर, पंडालों के भ्रमण पर निकले श्रद्धालु भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए सरकार की तारीफ कर रहे हैं.
पीस कमेटी में किया गया बदलाव
सरकार ने इस बार पीस कमेटी में भी बदलाव किया है. पीस कमेटी में नये चेहरों को स्थान दिया गया है ताकि उनके अनुभवों को साझा कर एक बेहतर माहौल बनाया जा सके. यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया गया है. सारे मुख्य चौराहों, नुक्कड़ों व गलियों पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती कर दी गयी है. भीड़-भाड़ वाले इलाकों व पूजा–पंडालों की ओर जानेवाले मार्गों पर चार पहियों व दोपहियों के प्रवेश वर्जित कर दिये गये हैं. ट्रैफिक पुलिस की ओर से ही पार्किंग की विशेष व्यवस्था कर दी गयी है. हर प्रमुख जगहों पर चार पहियों और दो पहियों को लिए पार्किंग की व्यवस्था कर दी गयी है. इस बार आपदा प्रबंधन की टीम को भी मुस्तैद किया गया है ताकि आसन्न संकटों को देख यह टीम तुरंत उन घटनाओं से निबट सकें.