आनंद मोहन, रांची
बीसीसीएल के मुकुंदा ओपेन कास्ट प्रोजेक्ट के लिए जमीन देनेवाले करीब दर्जन भर आदिवासी परिवारों में से किसी को भी नौकरी नहीं मिल पायी है़ इस प्रोजेक्ट के लिए आदिवासियों की 70 एकड़ जमीन अधिग्रहीत की गयी थी़ जिस मौजा से आदिवासियों की जमीन ली गयी थी, उसी मौजा के दूसरे विस्थापित नौकरी कर रहे हैं. आदिवासी रैयत नौकरी की बाट जोह रहे हैं.
बिना नियोजन के बीसीसीएल ने जमीन हस्तांतरित कर दी : भूमि अधिग्रहण कानून में के अनुसार, जिस कार्य के लिए जमीन अधिग्रहण किया गया है, उसी प्रयोजन में उसका उपयोग किया जायेगा़ बीसीसीएल ने प्रोजेक्ट की जमीन को झरिया पुनर्वास प्राधिकार को हस्तांतरित कर दिया है़ विस्थापितों को बिना नियोजन दिये ही बीसीसीएल ने जमीन हस्तांतरित की है़
मिलनी थी 55 एकड़ के विस्थापितों को नौकरी
इस प्रोजेक्ट के लिए बीसीसीएल ने धनबाद के बलियापुर अंचल के बेलगड़िया मौजा सं-151 से 378़ 79 एकड़ जमीन अधिग्रहित की थी़ इसकी प्रक्रिया 1984-85 में पूरी की गयी थी़.
बीसीसीएल प्रबंधन ने अधिग्रहीत जमीन के बदले 200 लोगों को नौकरी देने की बात कही थी़ पर 129 लोगों को ही नौकरी मिल़ी, पर 55 एकड़ भूमि के विस्थापितों को नौकरी नहीं मिली़ ये सभी विस्थापित आदिवासी हैं. बीसीसीएल ने जमीन का अधिग्रहण मुकुंदा ओपन कास्ट प्रोजेक्ट के लिए किया था़ अब इसी जमीन को प्रबंधन ने झरिया पुनर्वास प्राधिकार को हस्तांतरित कर दिया है़ इस पर आवास निर्माण की योजना है़
जिनकी जमीन अधिग्रहीत की
खाता संख्या रकवा मूल रैयत
36 2़ 5 एकड़ भोला मोहली
30 0़ 8 एकड़ पूरन मोहली
24 5.13 एकड़ सनातन मांझी
37 0.39 एकड़ बड़का हांसदा
9 0.95 एकड़ दुर्गा मांझी व अन्य
37 2.02 एकड़ लुड़चु मोहली व अन्य
37 6़ 795 एकड़ गणेश महली
37 1 5 एकड़ हाड़ी राम मोहली व अन्य
31 6़ 5 एकड़ रबू मोहली व अन्य
35 व 36 3.6 एकड़ हराधन मोहली व अन्य
13 व 45 2़.14 एकड़ जीतू मोहली व अन्य
45 व 7 12.0 एकड़ चुड़का मोहली व अन्य
26 व 41 3़ 5 एकड़ भोला मोहली