रांची: लालू प्रसाद से शुक्रवार को दोपहर बाद 3.30 बजे मिलने पूर्व मंत्री रघुनाथ झा पहुंचे. मुलाकात करने के बाद वह जेल से बाहर निकले. रघुनाथ झा ने पत्रकारों से कहा कि लालू प्रसाद निदरेष हैं. उन्हें बेवजह फंसाया गया है.
सीबीआइ ने अब तक मामले में सही से जांच नहीं की है. चारा घोटाला मामले में तीन अन्य लोगों के नाम सामने आने के बावजूद सीबीआइ उन्हें बचा रही है. लालू प्रसाद के खिलाफ सीबीआइ के पास साक्ष्य नहीं है. वे जेल से बाहर अवश्य आयेंगे. वैसे भी कोई व्यक्ति जीवन भर जेल में नहीं रहता. रघुनाथ झा ने कहा कि जेल के अंदर लालू चैन से हैं. पार्टी और संगठन के बारे बातचीत हुई है. बिहार में आगामी लोकसभा का चुनाव पार्टी लालू प्रसाद के नेतृत्व में ही लड़ेगी. लालू प्रसाद के जेल जाने से पार्टी और मजबूत हुई है. वर्तमान में स्थिति यह है कि जब कभी राजद का सम्मेलन होता है. तब एक को बुलाने पर तीन लोग चले आते हैं.
राज्यसभा सांसद मो अदिब भी मिले लालू प्रसाद से
शुक्रवार को लालू प्रसाद से मिलने पहुंचने वालों में दिल्ली से राज्यसभा सांसद मो अदिब, भोला यादव सहित कई नेता और समर्थक शामिल थे. हालांति कुछ नेताओं और समर्थकों को जेल गेट पर सुरक्षा में तैनात कर्मियों ने अंदर जाने नहीं दिया. इस कारण लालू प्रसाद से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.
लालू के समर्थन में अनशन
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के समर्थन में जेल में बंद धनंजय प्रधान ने अनशन किया. धनंजय प्रधान का कहना है कि लालू प्रसाद को साजिश के तहत फंसाया गया है.
जेल के बाहर हंगामा
होटवार जेल में बंद लालू प्रसाद से मिलने गये आम लोगों को मिलने नहीं दिया गया. इस कारण मुलाकातियों ने जेल के बाहर हंगामा किया. लोगों को कहना है कि लालू गरीब लोगों के नेता हैं. इसलिए उन्हें सभी से मिलने दिया जाना चाहिए. इधर इस संबंध में जेलर नरेंद्र सिंह का कहना है कि कोई व्यक्ति इस तरह का अफवाह फैला रहा है. ऐसी कोई बात नहीं है. कोई हंगामा नहीं हुआ है.