रांची: राजधानी का सिंहद्वार माने जानेवाले खादगढ़ा बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण का कार्य धीमी गति से होने के कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बसें सड़क पर खड़ी होती हैं, जिससे जाम की समस्या होती है. इसका शिलान्यास राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने मई 2013 में किया था. रांची नगर निगम द्वारा नौ करोड़ की लागत से इस बस स्टैंड का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है.
इस कार्य का जिम्मा आरएस अग्रवाल इंफ्राटेक को दिया गया है. एजेंसी को जल्द से जल्द बस स्टैंड का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है, लेकिन निर्माण कार्य काफी धीमी गति से हो रहा है. इसका असर बस चालकों व यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है. लोगों की परेशानी से नगर निगम के अधिकारी अनजान बने हुए हैं.
एजेंसी द्वारा स्टैंड का सौंदर्यीकरण पार्ट वाइज किया जा रहा है. इसके तहत स्टैंड में खड़े रहनेवाली बसों को स्टैंड के उत्तरी साइड में खड़ा करने के लिए खाली जमीन का लेबलिंग आदि किया गया है.
परंतु, लेबलिंग का कार्य सही से नहीं होने व हल्की से बारिश होने पर भी यहां बसें फंस जा रही हैं. बसों के फंसने के कारण बस चालक अपने वाहनों को बस स्टैंड के अंदर ले जाना नहीं चाहते. पड़ाव के दक्षिणी द्वार से लेकर पूर्वी द्वार तक और सड़क किनारे लाइन से बसें खड़ी कर देते हैं. इससे खादगढ़ा बस स्टैंड जानेवाले लोगों व कांटाटोली से बहूबाजार जानेवाले वाहनों को परेशानी होती है. इसके कारण खादगढ़ा बस स्टैंड के अंदर से आकांक्षा अपार्टमेंट जानेवाले लोगों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.