रघुराम रेड्डी को चतरा के टंडवा स्थित आम्रपाली परियोजना में अोबी हटाने का काम मिला है. पुलिस मुख्यालय ने पूर्व मंत्री योगेंद्र साव व कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के आवेदन को एसपी के यहां भेजते हुए जांच रिपोर्ट मांगी थी. एसपी ने टंडवा के तत्कालीन एएसपी वी वारियार से जांच करायी, फिर एएसपी की जांच रिपोर्ट को पुलिस मुख्यालय भेज दिया है.
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि सीसीएल के कर्मचारियों और रघुराम रेड्डी के द्वारा टीपीसी का सहयोग लेने की बात सही है. जांच में यह आरोप भी सही पाया गया है कि रघुराम रेड्डी और टीपीसी के सुप्रीमो ब्रजेश गंझू की बात होती रहती है. हालांकि जांच रिपोर्ट में आम्रपाली प्रोजेक्ट में उग्रवादियों द्वारा अवैध मासिक उगाही व उसके बंटवारे के संबंध में साक्ष्य नहीं मिलने की बात कही गयी है. उल्लेखनीय है कि योगेंद्र साव व उनकी पत्नी के आवेदन में यह आरोप लगाया गया है कि टीपीसी उग्रवादियों के द्वारा प्रति टन कोयले में 254 रुपये की वसूली की जाती है. इसमें पुलिस के स्थानीय से लेकर सीनियर अफसरों तक को हिस्सा मिलता है. मासिक वसूली का विवरणी भी दिया गया था.