रांची : झारखंड में शराब की कीमत बढ़ा दी गयी है. प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब का धंधा एक बार फिर से शुरू हो गया है. राज्य के सभी जिलों में शराब दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं. शराब की बोतल पर प्रिंट रेट पर पांच रुपये से लेकर 50 रुपये अधिक वसूले जा रहे हैं.
शराब की कीमत में इजाफा करने का फैसला सभी शराब के खुदरा व्यापारियों ने मिल कर लिया है, इस वजह से कहीं भी प्रिंट रेट पर शराब की बिक्री नहीं की जा रही है. इस बारे में उत्पाद विभाग को लगातार शिकायतें भी मिल रही हैं. सोमवार रात शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अलबर्ट एक्का चौक स्थित शराब की एक दुकान की तालाबंदी भी की गयी थी. परंतु, इसके बावजूद शराब के खुदरा व्यापारियों ने कहीं भी कीमत कम नहीं की है. शराब व्यापारियों द्वारा प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेचने की खबर प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी. इसके बाद उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने कई शराब दुकानों में छापेमारी की थी. दो दुकानों का लाइसेंस भी रद्द किया गया था.
नहीं तो व्यापारी सड़क पर आ जायेंगे : शराब के खुदरा व्यापारी शराब को प्रिंट रेट से अधिक में बेचने को जायज ठहराते हैं. शराब व्यापारियों का कहना है कि शराब के बढ़ते कोटे और केवल 15 फीसदी मार्जिन की वजह से शराब व्यापारी सड़क पर आ जायेंगे. व्यापारी शराब के धंधे में प्रिंट रेट के अलावा अधिकतम विक्रय मूल्य (एमएसपी) भी निर्धारित करने की मांग कर रहे हैं.
अव्यवहारिक है शराब का कोटा : शराब व्यापारियों का कहना है कि सरकार द्वारा निर्धारित किये जाने वाला कोटा अव्यवहारिक है. इसमें हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी की वजह से दुकानों की बंदोबस्ती भी प्रभावित हो रही है. बड़े जिलों में रांची को छोड़ कर शेष जगहों पर सौ फीसदी दुकानें बंदोबस्त नहीं की जा सकी हैं. रामगढ़, बोकारो और पूर्वी सिंहभूम जैसे जिलों में 70 फीसदी दुकानों ही बंदोबस्त की जा सकी है. धनबाद में भी सौ फीसदी दुकानें बंदोबस्त नहीं की जा सकी. दुकानों की बंदोबस्ती नहीं होने का सीधा असर शराब से मिलने वाले राजस्व पर पड़ता है.
शिकायत करें
रांची. दुकानदार द्वारा शराब की कीमत प्रिंट रेट से अधिक मांगे जाने पर फोन नंबर 0651- 2202644 पर शिकायत की जा सकती है. दुकानदार द्वारा रसीद नहीं देने पर भी शिकायत की जा सकती है. रसीद नहीं देने या प्रिंट रेट से अधिक कीमत लेने पर उत्पाद विभाग के पास लिखित शिकायत दर्ज करायी जा सकती है.