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नियुक्ति के बावजूद सीटें रिक्त
नहीं मिलते विज्ञान व गणित के शिक्षक योग्य अभ्यर्थी 15 हजार में से आठ हजार पद रिक्त रिक्त पदों पर फिर नहीं हुई नियुक्ति रांची : झारखंड में शिक्षक बनने योग्य विद्यार्थी नहीं मिलते. राज्य में जब भी शिक्षकों की नियुक्ति हुई सीटें रिक्त रह गयीं. राज्य में अब तक झारखंड लोक सेवा आयोग व […]
नहीं मिलते विज्ञान व गणित के शिक्षक योग्य अभ्यर्थी
15 हजार में से आठ हजार पद रिक्त
रिक्त पदों पर फिर नहीं हुई नियुक्ति
रांची : झारखंड में शिक्षक बनने योग्य विद्यार्थी नहीं मिलते. राज्य में जब भी शिक्षकों की नियुक्ति हुई सीटें रिक्त रह गयीं. राज्य में अब तक झारखंड लोक सेवा आयोग व झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा ली गयी है. उच्च विद्यालय में दो बार नियुक्ति हुई है, जबकि प्लस टू उच्च विद्यालय में वर्ष 2012 में शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.
तीनों नियुक्तियों के बाद शिक्षकों के पद रिक्त रह गये. इन पदों पर फिर से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हुई. इससे विज्ञान व गणित में शिक्षकों के सबसे अधिक पद रिक्त रह गये. गणित व विज्ञान में शिक्षकों के आधे पद रिक्त हैं. वर्ष 2012 में 230 प्लस टू उच्च विद्यालयों में 1840 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा ली गयी. इसमें 607 पद रिक्त रह गये. इन पर अब तक नियुक्ति नहीं हुई है.
अंगरेजी में 230 में से मात्र 95 व गणित में 230 में से 109 पदों पर ही नियुक्ति हुई. वर्ष 2008 से अब तक 15,553 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा हुई. इनमें से आठ हजार से अधिक पद रिक्त रह गये. वर्ष 2010 में राजकीयकृत उच्च विद्यालय में 2300 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए परीक्षा हुई थी. इनमें से 700 पद रिक्त रह गये. इस वर्ष अपग्रेड उच्च विद्यालय शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में भी 832 पद रिक्त रह गये.
नहीं ला पाते 50 फीसदी अंक
उच्च विद्यालय में शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में मेरिट लिस्ट के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक निर्धारित हैं.अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थी को पांच फीसदी की छूट दी जाती है. उच्च विद्यालय में अभ्यर्थी जिस विषय के लिए आवेदन देते हैं, उनमें 50 फीसदी अंक लाना होता है. अपग्रेड उच्च विद्यालय शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में लगभग 1.52 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, उनमें से 2512 विद्यार्थी पास नहीं हो सके.
इंटर में विज्ञान का रिजल्ट खराब
उच्च विद्यालय में शिक्षकों की कमी का असर इंटरमीडिएट विज्ञान के रिजल्ट पर पड़ रहा है.
गत दो वर्ष को छोड़ दिया जाये, तो कभी भी साइंस में 50 फीसदी विद्यार्थी पास नहीं हो पाते. अभी भी दूसरे बोर्ड की तुलना में झारखंड में इंटर साइंस का रिजल्ट खराब होता है.
उच्चविद्यालय में 15 हजार पद रिक्त
राज्य के सभी कोटि के उच्च विद्यालयों को मिलाकर लगभग 15 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं. राज्य में कुल चार कोटि के सरकारी उच्च विद्यालय हैं. इनमें से मात्र राजकीयकृत उच्च विद्यालय में एक बार 1600 शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. इनमें से 400 शिक्षक बाद में प्लस टू उवि में नियुक्ति परीक्षा में सफल हो गये थे.
विद्यालय रिक्त पद
अपग्रेड उवि 12,300
राजकीयकृत उवि 1,739
प्रोजेक्ट उवि 1000
राजकीय उवि 400
894 स्कूल शिक्षक विहीन
राज्य में 894 अपग्रेड उच्च विद्यालय अब भी शिक्षक विहीन है. इन विद्यालयों में बिना शिक्षक के मैट्रिक की पढ़ाई होती है. विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय व पारा शिक्षकों के भरोसे मैट्रिक तक की पढ़ाई होती है. राज्य में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत ये विद्यालय मध्य विद्यालय से उच्च विद्यालय में अपग्रेड किये गये हैं.
वर्षवार अपग्रेड हुए विद्यालय की स्थिति
वर्ष विद्यालय पद
2009-10 300 3000
2010-11 297 2970
2011-12 297 2970
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