नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा
रांची : राज्य की भाजपा सरकार को झारखंड आंदोलनकारियों से ज्यादा फिक्र जेपी आंदोलनकारियों की है, जबकि अलग राज्य की लड़ाई से जेपी आंदोलन का कोई वास्ता ही नहीं है.
दरअसल यह सब कारनामा कुछ विशेष लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है. उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने गुरुवार को कांके रोड स्थित अपने आवास में कही.
श्री सोरेन ने कहा कि सरकार की इस मंशा से राज्य के आदिवासियों व मूलवासियों के सपने पर कुठाराघात हुआ है. सरकार के इस निर्णय को लेकर अब पार्टी राज्य के सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगेगी, फिर सभी दल सामूहिक रूप से सरकार के इस निर्णय से आदिवासियों व मूलवासियों को अवगत करायेगी. मौके पर विधायक कुणाल षाडंगी, सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद पांडेय आदि उपस्थित थे.
लाठी के बल पर चल रही है सरकार
श्री सोरेन ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार लाठी के बल पर चल रही है. इस सरकार में अधिकारी पूरी तरह से हावी हो गये हैं. मुख्य सचिव के लिखे पत्र के विरोध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था, परंतु न तो मुख्य सचिव के आदेश पर रोक लगी और न ही उनके पत्र का कोई जवाब दिया गया.
व्यवसायियों का किया जा रहा है भयादोहन
पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार से व्यवसायियों को बुला कर उनसे सहयोग के नाम पर वाहन व अन्य सामग्री ली है, वह आधिकारिक घूस की श्रेणी में आता है.
आखिर क्या वजह रही कि एक ओर सरकार रांची स्मार्ट सिटी बनाने की बात कह रही है, वहीं दूसरी ओर व्यवसायियों का भयादोहन कर उनसे सहयोग ले रही है. आखिर जो व्यवसायी सरकार को 25 मोटरसाइकिल और कार देगा, वह आगे चल कर इस सरकार से क्या फायदा लेगा. इसकी कल्पना ही की जा सकती है. पार्टी ने इस मामले को लेकर राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपा है.