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एचइसी को 1000 करोड़ का लोन दिलायेंगे: अनंत गीते

रांची: भारी उद्योग व सार्वजनिक उद्यमिता विभाग के केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने एचइसी के अधिकारियों को भरोसा दिलाया है कि मंत्रलय एचइसी का हरसंभव मदद करेगा. श्री गीते ने कहा कि एचइसी मातृ उद्योग है और इसे किसी भी हाल में बंद नहीं होने दिया जायेगा. एचइसी का पुराने दिन एक बार फिर लौटेगा. […]

रांची: भारी उद्योग व सार्वजनिक उद्यमिता विभाग के केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने एचइसी के अधिकारियों को भरोसा दिलाया है कि मंत्रलय एचइसी का हरसंभव मदद करेगा. श्री गीते ने कहा कि एचइसी मातृ उद्योग है और इसे किसी भी हाल में बंद नहीं होने दिया जायेगा. एचइसी का पुराने दिन एक बार फिर लौटेगा. प्रभात खबर ने श्री गीते से एचइसी की विभिन्न समस्याओं और पुनरुद्धार के मुद्दे पर बातचीत की.
एचइसी में क्या कमी महसूस करते हैं?
एचइसी के प्लांटों में आधुनिकीकरण की आवश्यकता है. आज भी एचइसी पुरानी तकनीक पर चल रहा है, जिसके कारण एचइसी वित्तीय वर्ष 2014-15 में घाटे में रहा. देश-विदेश के उद्योगों में कड़ी प्रतिस्पर्धा है. ऐसी स्थिति में एचइसी का बाजार में टिकना मुश्किल होता जा रहा है. जहां अन्य कंपनियां औसतन कार्यादेश एक सप्ताह में पूरा करती है, वहीं एचइसी में दो से तीन माह का समय लगता है.
आधुनिकीकरण के लिए राशि कहां से उपलब्ध होगी?
एचइसी में 1000 करोड़ खर्च करने की आवश्यकता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ बातचीत हुई है. एचइसी को लोन के माध्यम से राशि दिलाने का प्रयास किया जा रहा है.
एसबीआइ किस आधार पर लोन देगा?
एचइसी के पास जो संपत्ति बची हुई है, उसे सुरक्षित रखने का प्रयास शुरू किया गया है. एचइसी परिसर में कहां-कहां और कितनी जमीन है, उसे चिह्न्ति किया जायेगा. एचइसी की जमीन पर अतिक्रमण नहीं हो इसके लिए भी प्रयास किया जा रहा है. एचइसी के एसेट पर ही एसबीआइ से लोन लिया जायेगा.
एचइसी का आधुनिकीकरण कब तक होगा?
आधुनिकीकरण के लिए भारी उद्योग मंत्रालय गंभीर है. वह खुद इसे देख रहे हैं. दो वर्ष में एचइसी का कायाकल्प हो जायेगा.
कार्यादेश दिलाने में मंत्रलय सहयोग करेगा?
अगस्त में कोल इंडिया और भारी उद्योग मंत्रालय के साथ एमओयू होगा. इसके बाद कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों के लिए एचइसी उपकरण बनायेगा. एचइसी ने पूर्व में भी कई उपकरण कोल इंडिया के विभिन्न कंपनियों के लिए बनाया है.
प्लांट अस्पताल की स्थिति दयनीय है, कोई योजना?
प्लांट अस्पताल को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर दिया जायेगा. इसके लिए एचइसी के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है. जल्द निविदा निकलेगी. प्लांट अस्पताल में मेडिकल कॉलेज खोलने का भी प्रस्ताव है.
एचइसी में सेवानिवृत्ति कर्मियों को बकाया नहीं मिल रहा है?
सेवानिवृत्ति कर्मियों को ग्रेच्युटी सहित अन्य बकाये का भुगतान जल्द होगा. इसके लिए प्रयास किया जा रहा है.

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