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फिर होगी अभिभावकों की जेब ढीली
18 एजेंसियों के माध्यम से स्कूल के विद्यार्थियों को दी जायेगी ट्रेनिंग रांची : स्टूडेंट्स लेंगे ट्रेनिंग और जेब ढीली होगी अभिभावकों की. जी हां, स्टूडेंट्स को क्लास की पढ़ाई के अलावा किसी भी तरह की ट्रेनिंग प्रोग्राम अब टीचर्स नहीं देंगे. लाइफ स्किल की ट्रेनिंग लेनी हो या मेंटल हेल्थ, एडोलसेंट इश्यू के बारे […]
18 एजेंसियों के माध्यम से स्कूल के विद्यार्थियों को दी जायेगी ट्रेनिंग
रांची : स्टूडेंट्स लेंगे ट्रेनिंग और जेब ढीली होगी अभिभावकों की. जी हां, स्टूडेंट्स को क्लास की पढ़ाई के अलावा किसी भी तरह की ट्रेनिंग प्रोग्राम अब टीचर्स नहीं देंगे. लाइफ स्किल की ट्रेनिंग लेनी हो या मेंटल हेल्थ, एडोलसेंट इश्यू के बारे में जानना हो. पर्सनालिटी डेवलपमेंट या फिर कम्यूनिकेशन स्ट्रेटजी की जानकारी लेनी हो.
इसकी ट्रेनिंग देने के लिए एजेंसियां बहाल होंगी. एजेंसियां इन तमाम चीजों के लिए स्टूडेंट्स को प्रॉपर ट्रेनिंग देंगी और इसके एवज में हर ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए स्टूडेंट्स से पांच सौ से लेकर 1000 रुपये तक का चार्ज भी लेंगी. इसी सेशन से सीबीएसइ स्कूलों में ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए एजेंसियों को नियुक्त करते हुए देश भर में 18 एजेंसी को जिम्मेवारी दी गयी है. इसके तहत तमाम एजेंसी एकेडमिक के अलावा कई विषयों की ट्रेनिंग स्टूडेंट्स को देंगी.
हर स्कूल में दिया जायेगा प्रशिक्षण
सीबीएसइ ने तमाम स्कूलों को ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए निर्देश दिया है. जल्द ही सीबीएसइ की ओर से इसके लिए कैलेंडर भी जारी किया जायेगा. हर ट्रेनिंग प्रोग्राम का शेड्युल क्या होगा, इसकी जानकारी बोर्ड स्कूलों को जल्द भेजेगा. सीबीएसइ के अनुसार हर क्लास के लिए अलग-अलग ट्रेनिंग प्रोग्राम करवाये जायेंगे. ये ट्रेनिंग प्रोग्राम एक दिन या तीन तीन तक का हो सकता है. ट्रेनिंग प्रोग्राम में हर स्टूडेंट्स को शामिल होना आवश्यक है. साल भर में लगभग 16 ट्रेनिंग प्रोग्राम स्टूडेंट्स के लिए आयोजित किये जायेंगे.
शिक्षक और प्रधानाध्यापक भी हुए शामिल
अब टीचर्स नहीं देंगे स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग, ना ही टीचर्स को प्रिंसिपल द्वारा ट्रेंड किया जायेगा. ना ही प्रिंसिपल को ट्रेंड करने के लिए कोई पैनल बनाया जायेगा. सीबीएसइ ने स्टूडेट्स के अलावा टीचर्स और प्रिंसिपल के लिए भी ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा है.
सीबीएसइ की ओर से टीचर्स और प्रिंसिपल को भी अलग-अलग फिल्ड से संबंधित ट्रेनिंग प्रोग्राम दिया जायेगा. इसके लिए बोर्ड जल्द ही स्कूलों को ट्रेनिंग कैलेंडर उपलब्ध करवायेगा. टीचर्स और प्रिंसिपल को भी ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए मोटी रकम फी के तौर पर देनी होगी. टीचर्स को जहां 2000 से चार हजार तक चार्ज लगेगा वहीं प्रिंसिपल को चार से पांच हजार तक चार्ज के रूप में देना होगा. साल भर में 56 ट्रेनिंग प्रोग्राम टीचर्स के लिए और 12 ट्रेनिंग प्रोग्राम प्रिंसिपल के लिए आयोजित किये जायेंगे.
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