नयी दिल्ली. एक चक्र में आधे पक्षियों को काले रंग में और आधे को उजले रंग मंे रंगा हुआ दिखाया गया है जबकि कई नीली चीड़ीयों को मध्य से निकलते हुए प्रदर्शित किया गया है. ये पक्षी काले एवं उजले पक्षियों से घिरी हुई हैं. ‘केंद्र के भीतर’ नामक इस पेंटिंग्स में पक्षी विचारों को प्रदर्शित कर रही हैं जिसमें उजले रंग की चिडि़या अच्छे विचार, काले बुराई और मध्य में स्थित नीले रंग की चीड़ीयां आत्मज्ञान का प्रदर्शन कर रही है. यहां संगीत नाटक अकादमी में जारी ‘योग चक्र – परंपरा और आधुनिकता’ नामक प्रदर्शनी में योग के परंपरागत विश्वास शारीरिक व्यायाम से परे ले जाने पर जोर दिया गया है. बताया गया है कि यह शरीर के दिमाग एवं आत्मा के लिए कुछ अच्छा होने पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है. प्रदर्शनी की अध्यक्ष सुषमा बहल ने बताया, ‘आज लोग बात कर रहे हैं कि योग एक प्रकार का शारीरिक व्यायाम है, जो है, लेकिन इसके अलावा शरीर और मस्तिष्क के बीच तालमेल बहुत जरूरी है.’
योग को आध्यात्मिकता से जोड़ती मल्टीमीडिया प्रदर्शनी
नयी दिल्ली. एक चक्र में आधे पक्षियों को काले रंग में और आधे को उजले रंग मंे रंगा हुआ दिखाया गया है जबकि कई नीली चीड़ीयों को मध्य से निकलते हुए प्रदर्शित किया गया है. ये पक्षी काले एवं उजले पक्षियों से घिरी हुई हैं. ‘केंद्र के भीतर’ नामक इस पेंटिंग्स में पक्षी विचारों को […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement