रांची: आरसी चर्च सिंगपुर में माता मरियम की प्रतिमा को आदिवासी वेशभूषा (लाल पाड़) में स्थापित करने और प्रतिमा नहीं हटाने के चर्च के निर्णय के विरोध में विभिन्न सरना संगठनों ने बुधवार को अलबर्ट एक्का चौक पर पोप फ्रांसिस व कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का पुतला फूंका. इससे पूर्व जयपाल सिंह स्टेडियम से विरोध मार्च निकाला. राज्य के विभिन्न जिले व प्रखंड मुख्यालयों से भी पुतला जलाने की सूचना है.
सेवा के बहाने दुष्प्रचार करता है चर्च
धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने कहा कि चर्च गरीब आदिवासी इलाकों में अस्पताल व शिक्षण संस्थानों के माध्यम से सरना धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार करता है. नेम्हा बाइबल व विभिन्न पुस्तकों के माध्यम से धर्मातरण की साजिश करता है. जब तक प्रतिमा नहीं हटायी जाती, संवैधानिक तरीके से विरोध जारी रहेगा. 25 दिसंबर को सरना धर्म रक्षा महायात्र में लाखों सरना मोरहाबादी मैदान में जुटेंगे.
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि आपत्तिजनक पुस्तकें प्रकाशित करने और आदिवासी वेशभूषा में प्रतिमा की स्थापना करनेवाले ही सांप्रदायिक विद्वेष फैला रहे हैं. आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि चर्च हमारे लोगों को हमारे ही खिलाफ इस्तेमाल कर रहा. धर्मातरण के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.
आदिवासी सरना समिति धुर्वा के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि कार्डिनल वैटिकन महासभा की व्यवस्था को थोप कर हमारी विरासत को मिटाने की साजिश कर रहे. रवि तिग्गा ने कहा कि चर्च अपने अंधेरे को छिपा कर सरना को बुरा दिखाने का काम कर रहा है.
अखिल भारतीय सरना धार्मिक एवं सामाजिक समन्वय समिति के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में आदिवासी छात्र संघ के अध्यक्ष प्रो सतीश भगत, सुरेश टोप्पो, रंजीत टोप्पो, रामेश्वर बड़ाईक, शिवा कच्छप, राजकुमार पहान, संतोष तिर्की, झरिया उरांव, सुनील गाड़ी, विजय मुंडा, मंगरू मुंडा, डब्लू मुंडा, मुन्ना कुमार, जतरू उरांव, कमले उरांव, सुशील उरांव, कुमुदनी लकड़ा, अभय भुटकुंवर, मनोज तिर्की, मुन्ना गाड़ी, रवि खलखो, संगीता टोप्पो, विजय कच्छप, अविनाश मिंज, समीर मिंज, अनिल तिग्गा व अन्य शामिल हुए.