रांची: स्वास्थ्य निदेशालय के निदेशक, अपर निदेशक व उप निदेशक स्तर के पदाधिकारी फील्ड विजिट नहीं करते. जिला स्तर पर सिविल सजर्न भी मुख्यालय में आराम फरमाते हैं.
क्षेत्रीय उप निदेशकों का भी यही हाल है. नतीजतन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्र तक सुविधाएं नहीं हैं. फील्ड में पदस्थापित पदाधिकारी, चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी सुधर नहीं रहे. वहीं कई वित्तीय वर्ष से राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) का खर्च 70 फीसदी से अधिक नहीं हो रहा है.
विभागीय समीक्षा के दौरान एक बार पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुमरू ने भी सचिव (तत्कालीन व वर्तमान भी) के विद्यासागर से जानना चाहा था कि निदेशालय में निदेशक प्रमुख सहित जो अन्य पदाधिकारी भरे पड़े हैं, वह करते क्या हैं? साथ ही निदेशक प्रमुख डॉ प्रवीण चंद्र के बारे श्री मुमरू ने टिप्पणी की थी कि वह सिर्फ सेमिनारों में नजर आते हैं. उनका कोई काम नजर नहीं आता.