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घुमाइये मत, सही जानकारी दें
एमसीआइ की टीम ने किया रिम्स का निरीक्षण, लगायी फटकार एमबीबीएस की 150 सीटों के लिए किया औचक निरीक्षण पांच की जगह तीन मोबाइल एक्सरे ही चालू 60 सीनियर रेजिडेंट की जगह मिले सिर्फ 42 रांची : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम ने सोमवार को रिम्स का निरीक्षण किया. एमबीबीएस की […]
एमसीआइ की टीम ने किया रिम्स का निरीक्षण, लगायी फटकार
एमबीबीएस की 150 सीटों के लिए किया औचक निरीक्षण
पांच की जगह तीन मोबाइल एक्सरे ही चालू
60 सीनियर रेजिडेंट की जगह मिले सिर्फ 42
रांची : मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम ने सोमवार को रिम्स का निरीक्षण किया. एमबीबीएस की 150 सीट के लिए एमसीआइ निरीक्षण करने रिम्स पहुंची थी. इस टीम का नेतृत्व नागपुर के डॉ पीपी जोशी ने किया. टीम ने सबसे पहले अस्पताल में मोबाइल एक्सरे मशीन को चलवा कर देखा. एक्सरे विंग, ट्रॉमा सेंटर एवं न्यूरो सजर्री की मशीन ही चालू अवस्था में मिली.
रेडियोलॉजी के विभागाध्यक्ष द्वारा दी जा रही जानकारी से डॉ जोशी संतुष्ट नहीं हुए. उन्होंने कहा कि हमें घुमाइये मत, जो वस्तुस्थिति है उसकी ही जानकारी दीजिए.
डॉ जोशी ने रेडियोलॉजी विभाग के एक्सरे विंग में टेक्नीशियन के साथ बैठक कर मरीज की एक्सरे जांच होते हुए देखा. सेंट्रल स्टरलाइजेशन के बारे में पूछा तो चिकित्सकों जवाब नहीं दे पाये. टीम सुबह 8.45 बजे रिम्स पहुंची. उस समय निदेशक कार्यालय में मौजूद नहीं थे. मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आरके झा निरीक्षण में सहयोग कर रहे थे. टीम के सदस्य डॉ टीके घोष ने ओरमांझी में हेल्थ सेंटर का जायजा लिया.
चालू ही नहीं हुई एक्सरे मशीन
एक्सरे विंग में टीम को मोबाइल एक्सरे मशीन दिखायी गयी. इसे किसी अन्य जगह से उठा कर लाया गया था. जब उसमें बिजली का कनेक्शन दिया गया, तो वह चालू ही नहीं हुई. इसके बाद चिकित्सक से पूछा कि आइआइएफपी का फुल फॉर्म क्या होता है बताये, लेकिन वह बता नहीं पाये.
अभी तक दो-दो ऑपरेशन टेबल
निरीक्षण करने के दौरान डॉ जोशी सजर्री विभाग के ओटी का निरीक्षण भी किया. वहां दो-दो ओटी टेबल देख उन्होंने ऑपरेशन कर रहे चिकित्सक से पूछा कि ऑटो में दो टेबल होना चाहिए? क्या मरीज के संक्रमित होने की संभावना नहीं रहती है. चिकित्सकों को पूर्व में एमसीआइ टीम की रिपोर्ट दिखाते हुए कहा कि लगातार आपत्ति के बावजूद सुधार क्यों नहीं हो रहा है. यह तो गंभीर मामला है.
बेड की वीडियो रिकॉर्डिग हुई
मेडिसिन विभाग के डॉ जेके सिंह की यूनिट का निरीक्षण भी किया गया. वार्ड में मरीजों की कम संख्या पर टीम के सदस्य डॉ जोशी ने सवाल किया. चिकित्सक के बारे में पूछने पर जूनियर चिकित्सकों ने कहा कि कल ओपीडी है, इसलिए मरीजों की छुट्टी हो गयी है. टीम ने वीडियो रिकॉर्डिग कर रहे कर्मचारी से बेड की रिकॉर्डिंग करायी. मेडिसिन आइसीयू में मोबाइल एक्सरे नहीं होने पर कहा कि यहां तो मशीन होनी ही चाहिए.
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