रांची: कृषि निदेशक केके सोन ने कहा है कि तकनीकी ज्ञान को जमीन पर उतारने के लिए एक्शन प्लान तैयार होना चाहिए. इसके लिए समय-सीमा तय करना जरूरी है.
बीएयू तकनीक विकसित करती है, पर समय पर किसानों तक नहीं पहुंचा पाती. सभी स्टॉक होल्डर को अपनी-अपनी जिम्मेदारी लेनी होगी. श्री सोन शुक्रवार को कांके रोड स्थित समेति सभागार में इंटरनेशनल राइस रिसर्च इंस्टीटय़ूट (इरी), फिलीपिंस व कृषि विभाग की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित कार्यशाला में बोल रहे थे.
बीएयू के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ आरपी सिंह रतन ने कहा कि अनुसंधान की कमी नहीं है. कमी अनुसंधान और प्रसार में तालमेल की है. इससे कैसे निपटा जाये, यह योजना बनायी जाये.