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तेनुघाट होगा राज्य का तीसरा यूएमपीपी
गुड न्यूज : केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक रूप से दी सहमति 4000 मेगावाट का अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट लगेगा झारखंड को एक हजार मेगावाट बिजली न्यूनतम दरों पर मिलेगी टीवीएनएल की वर्तमान क्षमता है 420 मेगावाट सुनील चौधरी रांची : तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन राज्य का तीसरा अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) हो सकता है. […]
गुड न्यूज : केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक रूप से दी सहमति
4000 मेगावाट का अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट लगेगा
झारखंड को एक हजार मेगावाट बिजली न्यूनतम दरों पर मिलेगी
टीवीएनएल की वर्तमान क्षमता है 420 मेगावाट
सुनील चौधरी
रांची : तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन राज्य का तीसरा अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) हो सकता है. केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक रूप से इसके लिए सहमति दे दी है. पिछले दिनों गुवाहाटी में हुई ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में इसकी चर्चा केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल के साथ हो चुकी है.
राज्य सरकार की ओर से मंत्री सरयू राय व ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाते इस सम्मेलन में थे. राज्य सरकार की ओर से तीन यूएमपीपी की मांग की गयी थी. बैठक में जगह को लेकर चर्चा हुई. इसमें टीवीएनएल के ललपनियां स्थित तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन को यूएमपीपी में बदलने की चर्चा हुई.
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने इस पर सहमति जतायी और राज्य सरकार को विस्तृत अध्ययन कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया. अब राज्य सरकार की ओर से इस पर अध्ययन किया जा रहा है. बताया गया कि 16 अप्रैल को मुख्यमंत्री रघुवर दास इस मुद्दे पर खासतौर पर चर्चा करेंगे. गौरतलब है कि तिलैया और देवघर के बाद यह तीसरा यूएमपीपी होगा.
4000 मेगावाट की होती है यूएमपीपी
यूएमपीपी केंद्र सरकार की योजना है. इसके तहत जिस राज्य को यह मिलता है वहां केंद्र सरकार अपनी राशि से यूएमपीपी का निर्माण कराती है, जिसकी क्षमता 4000 मेगावाट की होती है. इसमें 25 फीसदी यानी एक हजार मेगावाट बिजली राज्य सरकार को लागत दर पर दी जाती है. वह भी 25 वर्षो के लिए. इसमें राज्य सरकार जमीन उपलब्ध कराती है. यूएमपीपी में लगभग 20 हजार करोड़ का निवेश होता है.
एनटीपीसी को देने पर भी हो चुकी है चर्चा
पूर्व में पीटीपीएस के साथ-साथ टीटीपीएस को भी एनटीपीसी को देने पर सरकार सहमत हो गयी थी. पर शर्तो के निर्धारण की वजह से यह मामला लंबित था. अब नये सिरे से सरकार के पास प्रस्ताव आया है. बताया गया कि इस बार ज्वाइंट वेंचर में यूएमपीपी बन सकता है.
पूर्वी भारत का सबसे बेहतर प्लांट है टीवीएनएल
तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन ललपनिया में है, जिसे तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड(टीवीएनएल) द्वारा संचालित किया जाता है. पूर्वी भारत का यह सबसे बेहतर प्लांट माना जाता है, जो अपनी क्षमता से 85 फीसदी प्लांट लोड फैक्टर(पीएलएफ) पर चलता है. टीवीएनएल की क्षमता 420 मेगावाट की है.
इससे औसतन 380 से 390 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है. यहीं पर झारखंड -बिहार का सबसे बड़ा डैम तेनुघाट डैम भी है, जिससे पावर प्लांट के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है. टीवीएनएल में इस समय कुल 673 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं. टीवीएनएल के पास 1800 एकड़ भूमि है, जिसमें 608 एकड़ में पावर प्लांट है. तेनुघाट प्रतिमाह 60 करोड़ की बिजली का उत्पादन करता है, जो जेएसइबी अब झारखंड बिजली वितरण निगम को बेचता है.
हाल में टीवीएनएल को केंद्र सरकार ने राजबार कोल ब्लॉक भी आवंटित किया है. बताया गया कि यूएमपीपी की मंजूरी मिलने के बाद इस कोल ब्लॉक को इससे लिंक कर दिया जायेगा.
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