रांची: राज्य में ड्रॉप आउट बच्चियों की संख्या 14 लाख है. सरकार की योजना के तहत ऐसी बच्चियों को पुन: स्कूलों से जोड़ना है. सरकार की जो प्राथमिकता होती है, उसे ही ध्यान में रख कर विकास भारती में कार्यक्रम चलाया जाता है. एनआरटीटी के सहयोग से किशोरियों के सर्वागीण विकास एवं सामाजिक सम्मान हेतु विकास भारती का पहल कार्यक्रम उसी का हिस्सा है. ये बातें समाज कल्याण विभाग की प्रधान सचिव मृदुला सिन्हा ने शनिवार को आरोग्य भवन में पहल कार्यक्रम के दौरान कही. उन्होंने कहा कि इससे बालिकाओं के लाइफ, स्कील एवं शिक्षा का विकास होगा.
विकास भारती के सचिव अशोक भगत ने कहा कि लोकतांत्रिक, जागरूक एवं सशक्त समाज के निर्माण हेतु महिलाओं का शिक्षित होना जरूरी है. राज्य के गठन के बाद भी आदिवासी लड़कियों की स्थिति आशा के अनुरूप नहीं सुधरी है.
रंजना चौधरी ने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की चुनौतियों से जूझ रही आदिवासी किशोरियों के सर्वागीण विकास के लिए योजना बना कर कार्य किया जाना चाहिए. बच्चियों ने गीत-संगीत, नृत्य एवं नाटक के माध्यम से समाज में अपनी उपयोगिता की जानकारी दी. कार्यक्रम में कई विशिष्ट व्यक्ति मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय कुमार ने किया.