रांचीः कोल इंडिया में 23 से 25 सितंबर तक हड़ताल होगी. इस बाबत नोटिस सोमवार को कोल इंडिया को भेजा जायेगा. रविवार को राजधानी में मान्यता प्राप्त सभी ट्रेड यूनियनों की बैठक हुई. इसमें इंटक ने भी हड़ताल में शामिल होने पर सहमति जतायी.
हड़ताल कोल इंडिया के विनिवेश और पुनर्गठन की मांग को लेकर किया जायेगा. सीटू ने पूर्व में 19 से 21 सितंबर तक हड़ताल करने का नोटिस दिया था. इसे वापस लिया जायेगा. अब सभी मान्यता प्राप्त यूनियन एक साथ हड़ताल करेंगे.
बैठक में इंटक से एसक्यू जमा, राजेंद्र सिंह, एचएमएस से नाथू लाल पांडेय, एटक से रमेंद्र कुमार और लखन लाल महतो, सीटू से डीडी रामानंदन तथा बीएमएस से सुरेंद्र पांडेय समेत अन्य लोगों ने हिस्सा लिया.
मंत्री से वार्ता हो चुकी है विफल
कोयला मंत्री से मजदूर यूनियनों की वार्ता पूर्व में विफल हो चुकी है. दोनों मुद्दों को लेकर कोयला मंत्री के साथ मजदूर संगठनों की 22 जुलाई को बैठक हुई थी. इसमें कोयला मंत्री ने विनिवेश रोकने में असमर्थता जतायी थी. 30जुलाई को फिर मजदूर संगठनों के साथ बैठक हुई थी. इसमें जानकारी दी गयी थी कि विनिवेश पांच फीसदी किया जायेगा. इसका भी मजदूर संगठनों ने विरोध किया था. सीटू ने हड़ताल नोटिस देकर 19 से 21 सितंबर तक हड़ताल करने की बात कही थी. इसे देखते हुए सभी यूनियनों ने राजधानी में बैठक की और 23 से 25 सितंबर तक हड़ताल करने का तय किया है.
पांचों मजदूर संगठनों के हितों को लेकर आंदोलन की तिथि बदली जायेगी. अब एकजुट होकर हमलोग बड़ा आंदोलन करेंगे. विनिवेश और पुनर्गठन का हम जोरदार विरोध करेंगे.
जीवन राय, सीटू नेता
सभी मजदूर संगठनों ने एकजुट होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है. विनिवेश का हर स्तर पर विरोध होगा. इसी मुद्दे को लेकर बैठक हुई थी.
लखन लाल महतो, एटक