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विधानसभा सत्र : 17 विधायकों ने गिनाये पर्यटन क्षेत्र
विधानसभा सत्र :पर्यटन के विकास पर चिंतित माननीय विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के विकास का उठाया मामला कमल किशोर भगत ने कुड़ू के तान पहाड़ी गुफा में शिवलिंग को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की रांची :सोमवार को सदन की पहली पाली में पर्यटन विकास को लेकर माननीय […]
विधानसभा सत्र :पर्यटन के विकास पर चिंतित माननीय
विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र के पर्यटन स्थलों के विकास का उठाया मामला
कमल किशोर भगत ने कुड़ू के तान पहाड़ी गुफा में शिवलिंग को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की
रांची :सोमवार को सदन की पहली पाली में पर्यटन विकास को लेकर माननीय चिंतित रहे. पक्ष-विपक्ष के दर्जन भर से ज्यादा विधायक अपने-अपने क्षेत्र के पर्यटक स्थलों को विकसित करने की मांग कर रहे थे. विधायकों ने सरकार से उनके इलाके के पर्यटन क्षेत्र को विकसित करने के लिए सरकार से मदद मांगी. सदन में 17 विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन स्थल की सूची लेकर पहुंचे थे.
सदन में तारांकित प्रश्नों के माध्यम से विधायकों ने सदन में अपनी मांग रखी. विधायक कमल किशोर भगत ने सबसे पहले कुडू प्रखंड के तान पहाड़ी गुफा में शिवलिंग को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का मामला उठाया. विधायक भानु प्रताप शाही, योगेंद्र महतो, हरे कृष्ण सिंह, सीता सोरेन, रामकुमार पाहन, मेनका सरदार, अमित महतो, विदेश सिंह, जानकी यादव, योगेश्वर महतो बाटुल, नागेंद्र महतो, प्रकाश राम सहित कई विधायकों का प्रश्न इससे संबंधित था.
सरकार की ओर से जवाब देते हुए प्रभारी मंत्री सरयू राय ने कहा कि राज्य में पर्यटन की प्रचूर संभावना है. सरकार पर्यटन नीति बना रही है. पर्यटन नीति अंतिम चरण में हैं. विधायक राधाकृष्ण किशोर का कहना था कि अभी सरकार के पास कोई नीति नहीं है. पर्यटन क्षेत्रों का विकास नहीं हो सकता, तो फिर बजट में राशि का उपबंध क्यों है. सत्ता पक्ष के ही विधायक विरंची नारायण का कहना था कि जब तक पर्यटन नीति नहीं बनती है, तब तक सर्वे करा लिया जाये. उपायुक्तों के माध्यम से प्रतिवेदन मंगा लिया जाये. योगेश्वर महतो का कहना था कि एशिया का सबसे बड़ा डैम तेनुघाट है. इसको मैसूर की तर्ज पर विकसित किया जा सकता है.
मंत्री सीपी सिंह ने पारसनाथ को विकसित करने का दिया सुझाव
मंत्री सीपी सिंह ने सदन में इसी दौरान अपनी बात रखी. श्री सिंह का कहनाथा कि पारसनाथ में जैनियों का विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. इसकी ऐतिहासिक महत्ता है. यहां 24 में से 20 र्तीथकर ने निर्वाण प्राप्त किया था. पारसनाथ के मधुवन क्षेत्र पर सरकार को ध्यान देना होगा. इस क्षेत्र में पर्यटन विकास की कई संभावना है. इससे पूर्व गिरिडीह के विधायक निर्भय शाहबादी ने भी मधुवन को विकसित करने का मामला उठाया.
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