रांची: पीएलएफआइ के उग्रवादियों से मिल कर पारा टीचर की हत्या कराने के आरोपी कोलेबिरा विधायक एनोस एक्का ने अपनी आवाज की जांच कराने से इनकार कर दिया है. पीएलएफआइ उग्रवादी और एनोस एक्का के बीच हुई बात-चीत का टेप सिमडेगा पुलिस के पास है. इसमें एनोस एक्का के द्वारा पारा टीचर मनोज कुमार की हत्या के बारे में बातचीत की गयी है.
पुलिस ने टेप की आवाज से एनोस एक्का की आवाज के मिलान के लिए अदालत में आवेदन दिया था. पुलिस ने अदालत से आग्रह किया था कि एनोस एक्का की आवाज का नमूना लेने का आदेश दिया जाये, ताकि उपलब्ध टेप की आवाज से एनोस की आवाज का मिलान कराया जा सके. वहीं एनोस एक्का ने कोर्ट में आवेदन देकर कहा कि वह अपनी आवाज का मिलान नहीं करवाना चाहते हैं. उल्लेखनीय है कि 23 नवंबर 2014 को पारा टीचर मनोज कुमार का अपहरण कर हत्या कर दी गयी थी. 24 नवंबर को शव बरामद होने और प्राथमिकी में एनोस एक्का को नामजद अभियुक्त बनाये जाने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. एनोस जेल में रहते हुए कोलेबिरा से विधायक चुने गये हैं.
एनोस एक्का का पीएलएफआइ से संपर्क होने की बात सबसे पहले अप्रैल 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान सामने आयी थी. आप प्रत्याशी दयामणी बरला ने एनोस और पीएलएफआइ के उग्रवादियों के खिलाफ खूंटी के कर्रा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने भी कर्रा थाने में प्राथमिकी दर्ज की थी. एनोस एक्का पर पीएलएफआइ उग्रवादी राजकमल गोप को अपनी गाड़ी में बैठा कर भगाने में मदद करने का आरोप है.
इन दोनों मामलों की जांच सीआइडी कर रही है. इसके अलावा सिमडेगा पुलिस ने पिछले दिनों एनोस की गाड़ी से हथियार बनाने का सामान बरामद किया था. गाड़ी से गिरफ्तार मैकेनिक (हथियार बनानेवाला) ने एनोस एक्का से जेल में जाकर मुलाकात की थी.