सरकार आर्सेलर मित्तल को हर संभव सहयोग करेगी. उद्योग को लगाने के क्रम में कंपनी जिनकी भूमि अधिग्रहीत करे, उन्हें अपना साझीदार माने.
लोगों को यदि उनकी जमीन की कीमत अच्छी मिलेगी तो उन्हें जमीन देने में कोई संकोच नहीं होगा. कंपनी उन्हें मुनाफे में भी हिस्सेदारी दें. जिनकी जमीन ली जाये, उन्हें कंपनी घर एवं रोजगार मुहैया कराये ताकि वे खुद को विस्थापित न महसूस करें. मौके पर श्री शर्मा ने कहा कि कंपनी संयंत्र लगाने से पहले रॉ मैटीरियल की उपलब्धता सुनिश्चित करना चाहती है. श्री शर्मा ने कंपनी के मालिक लक्ष्मी निवास मित्तल की ओर से मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि आर्सेलर मित्तल झारखंड में निवेश के लिए इच्छुक है. इस संबंध में उन्होंने वन एवं खान सचिव से भी मुलाकात की है. बैठक में कंपनी की ओर से करमपदा लौह अयस्क में ड्रिलिंग की अनुमति मांगी गयी. मुख्यमंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया है.