रांची : साहेबगंज के दारोगा प्रकाश तिग्गा के निलंबन के दौरान काम करने के मामले में पुलिस मुख्यालय ने वहां के एसपी से रिपोर्ट मांगी है. पुलिस मुख्यालय ने एसपी से पूछा है कि दारोगा प्रकाश तिग्गा निलंबित थे, तो कैसे काम करते रहे. इसके लिए कौन दोषी हैं.
एसपी से यह भी पूछा गया है कि प्रकाश तिग्गा को जब निलंबित किया गया, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही क्यों नहीं चलायी गयी. साथ ही मुख्यालय ने प्रकाश तिग्गा की प्रोन्नति रोकते हुए उन्हें विरमित करने पर रोक लगा दी है. उल्लेखनीय है कि प्रकाश तिग्गा चार साल तक (जून 2009 से मार्च 2013 तक) निलंबित रहे.
इस दौरान वह साहेबगंज के विभिन्न थानों में पदस्थापित रहे. दो थानों में थानेदारी भी की. उन्हें निलंबन अवधि का पूरा वेतन भी मिला. साहेबगंज के तत्कालीन एसपी द्वारा प्रकाश तिग्गा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी.प्रकाश तिग्गा के संबंध में पिछले एक अगस्त को खबर प्रकाशित होने के बाद उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के डीआइजी सुमन गुप्ता ने हजारीबाग के एसपी से पूरी जानकारी मांगी है.
उन्होंने पूछा है कि मार्च 2013 में दारोगा प्रकाश तिग्गा को कैसे निलंबन की तिथि से निलंबन मुक्त कर दिया गया.