शिक्षक नियुक्ति : 13 हजार में से छह हजार काउंसलिंग में नहीं आये
रांची : राज्य में नव नियुक्ति शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भेज दिया गया है. जिलों से 7064 शिक्षकों को डाक के माध्यम से नियुक्ति पत्र भेजा गया है. उनको 15 फरवरी तक योगदान देने को कहा गया है. कुछ जिलों में योगदान देने की तिथि अलग-अलग है. राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में 13 हजार हिंदी सहायक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जिलावार मेरिट लिस्ट तैयार किया गया था.
इस मेरिट लिस्ट में लगभग छह हजार अभ्यर्थी काउंसलिंग में नहीं पहुंचे. कई जिलों में तो 50 फीसदी सीट रिक्त रह गये. सात जिलों में शिक्षकों की संख्या 100 तक भी नहीं पहुंच पायी. राज्य में कक्षा एक से पांच में शिक्षक नियुक्ति के लिए 22,311 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. 22,311 अभ्यर्थियों ने 1,68,221 आवेदन जमा किये है. एक अभ्यर्थी औसतन 13 जिलों से आवेदन जमा किये है. ऐसे में एक अभ्यर्थी एक से अधिक जिला में चयनित हो गये. एकाधिक जिले में चयनित अभ्यर्थी हर जगह काउंसलिंग में नहीं पहुंचे.
चाईबासा में सबसे अधिक शिक्षक : चाईबासा में सबसे अधिक 910 शिक्षकों का चयन हुआ है. जमशेदपुर में 797, धनबाद में 768 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया है. रांची में 589 शिक्षकों की नियुक्ति गत वर्ष जुलाई में हुई थी. रांची में शिक्षक योगदान भी दे चुके है. राज्य के सात जिलों में चयनित शिक्षकों की संख्या 100 से कम है. लोहरदगा, खूंटी, सिमडेगा, रामगढ़, कोडरमा, साहेबगंज, पाकुड़ में चयनित शिक्षकों की संख्या 100 से कम है. इन जिलों में आधे से अधिक सीट रिक्त रह गये.
नौ हजार सीटें रिक्त रहने की संभावना : काउंसलिंग में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया है. काउंसलिंग में चयनित एक अभ्यर्थी का चयन एक से अधिक जिला में हुआ है. ऐसे में शिक्षक एक ही जिला में योगदान देंगे. जानकार लोगों का कहना है कि काउंसलिंग में चयनित सात हजार शिक्षक में से चार हजार से अधिक शिक्षक योगदान नहीं दे पायेंगे. ऐसे में शिक्षकों के लगभग नौ हजार सीट रिक्त रहने की संभावना है. रिक्त रही सीटों पर नियुक्ति की प्रक्रिया 15 फरवरी के बाद शुरू की जायेगी.
3543 पारा शिक्षक चयनित : चयनित 7064 प्राथमिक शिक्षकों में से 3543 पारा शिक्षक व 3521 गैर पारा शिक्षक हैं. शिक्षक नियुक्ति में 50 फीसदी पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित था. आरक्षित पद के अनुरूप पारा शिक्षकों का चयन नहीं होने की स्थिति में गैर पारा शिक्षक अभ्यर्थियों से पारा शिक्षकों के पद भरे जाने का प्रावधान है.
राज्य में आधे से अधिक उर्दू शिक्षकों के पद रिक्त रह गये. प्राथमिक व मध्य विद्यालय में 4,401 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किये गये थे. सभी जिलों को मिला कर 922 उर्दू शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भेजा गया है. अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सभी पद रिक्त रह गये. खूंटी व सिमडेगा जिले में एक भी उर्दू शिक्षक नियुक्ति नहीं हो सकी. लोहरदगा, गुमला, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला, रामगढ़, साहेबगंज, जामताड़ा व दुमका में शिक्षकों चयनित शिक्षकों की संख्या 10 से कम है. कक्षा एक से पांच में उर्दू शिक्षक के लिए राज्य में 981 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. इसमें से 922 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भेजा गया है. एक अभ्यर्थी का चयन एक से अधिक जिला में हुआ है. ऐसे में शिक्षकों के योगदान देने के बाद संख्या नियुक्त शिक्षकों की संख्या में और कमी हो सकती है.
पारा शिक्षकों की संख्या अधिक : उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति में 50 फीसदी पद पारा शिक्षकों के लिए आरक्षित था. कुल चयनित 922 शिक्षक में से 519 पारा शिक्षक व 403 गैर पारा शिक्षक है. उर्दू शिक्षक में 668 अनारक्षित, 205 एमबीसी व 49 बीसी कोटि के शिक्षक हैं.
शिक्षकों की नियुक्ति की स्थिति
सामान्य शिक्षक उर्दू शिक्षक
जिला पद नियुक्ति पद चयनित
चाईबासा 1289 910 294 02
गिरिडीह 1027 561 300 78
धनबाद 993 768 224 101
दुमका 836 433 53 07
गोड्डा 802 284 202 59
देवघर 649 261 102 40
साहेबगंज 638 000 177 02
सरायकेला 605 394 174 07
बोकारो 514 182 252 75
गढ़वा 408 262 327 88
जामताड़ा 395 154 60 09
गुमला 388 138 52 01
पाकुड़ 340 78 160 17
हजारीबाग 316 146 308 109
सिमडेगा 273 55 60 00
चतरा 251 182 153 13
लातेहार 211 211 135 68
रामगढ़ 203 146 145 109
कोडरमा 202 75 145 14
लोहरदगा 127 25 107 08
रांची 596 589 399 105
खूंटी —- 71 — 00
जमशेदपुर —- 797 — 14