Advertisement
गांवों के विकास को प्राथमिकता
सीएम ने बजट की तैयारी को लेकर विभागों की समीक्षा की, कहा रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गांवों को विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है. सुदूरवर्ती गांवों तक सड़क, बिजली, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना उनका लक्ष्य है. आधारभूत संरचनाओं के विकास के साथ ही राज्य का विकास होगा और विकास के […]
सीएम ने बजट की तैयारी को लेकर विभागों की समीक्षा की, कहा
रांची : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गांवों को विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है. सुदूरवर्ती गांवों तक सड़क, बिजली, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना उनका लक्ष्य है.
आधारभूत संरचनाओं के विकास के साथ ही राज्य का विकास होगा और विकास के साथ ही उग्रवाद समाप्त होगा. वह शुक्रवार को प्रोजेक्ट भवन में आगामी वित्तीय वर्ष के बजट की तैयारी को लेकर विभिन्न विभागों के के साथ बैठक कर रहे थे.
सीएम ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बन रही सड़कों का निरीक्षण व सर्वे वे स्वयं करें. साथ ही निर्माणाधीन पुल-पुलियों की भी समीक्षा करें. उन्होंने कहा कि सरकारी राशि का किसी भी प्रकार दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले अभियंताओं के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
ग्रामीण क्षेत्रों में बन रही सड़कों का निरीक्षण और सर्वे स्वयं करें उच्चधिकारी : रघुवर दास
ग्रामीणों को बनायें भागीदार
ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में ग्रामीणों को भी भागीदार बनाएं.
विकास संबंधी योजनाओं का कार्यान्वयन ग्रामीणों के माध्यम से करायें. ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की योजनाएं ग्रामीणों की सलाह से तैयार किये जायें तथा जिला स्तर से उन योजनाओं के कार्यान्वयन की मॉनीटरिंग की जाये.
सोलर पॉलिसी बनाने का निर्देश
ऊर्जा विभाग की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि गांव-गांव तक बिजली पहुंचनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिजली चोरी एक महत्वपूर्ण समस्या है. उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा के माध्यम से ग्रामीण इलाकों का विद्युतीकरण सुविधाजनक होगा. सड़कों पर स्ट्रीट लाइट में भी इसका उपयोग संभव है. उन्होंने राज्य में सोलर पॉलिसी बनाने का भी निर्देश दिया.
विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था हो
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि प्रत्येक गांव एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचनी चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल हैं परंतु वहां न तो चिकित्सक है और न दवा, ऐसा अब नहीं चलेगा. सरकार ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हेल्थ हेल्पलाइन नंबर 104 का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, ताकि आम लोग इसका उपयोग कर सकें. इमरजेंसी एंबुलेंस सेवा के लिए नंबर 108 का भी प्रचार किया जाये. जिला स्तर के सभी अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था होनी चाहिए. इसके लिए रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति की प्रक्रिया आरंभ की जाये.
कुटीर उद्योग को बढ़ावा दें
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए कुटीर उद्योग को बढ़ावा दें. साथ ही उनके उत्पाद को बाजार भी उपलब्ध करायें, ताकि पलायन रुके. उन्होंने कौशल विकास के लिए योजनाओं के निर्माण का भी निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने ई-गवर्नेस पर बल देते हुए कहा कि प्रत्येक विभाग में एक आईटी मैनेजर, गुड प्रोग्रामर एवं अच्छे कंप्यूटर ऑपरेटर की भी व्यवस्था होनी चाहिए.
शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो
मानव संसाधन विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित समाज के निर्माण के लिए शिक्षा अनिवार्य है. छठी कक्षा के बाद बहुत से छात्र विद्यालय छोड़ देते हैं, यह दुखद है. उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल चलें हम के लिए अभियान चलायें. उन्होंने कहा कि विद्यालय मात्र भवन न रहे बल्कि वहां शिक्षक, फर्नीचर, पेयजल, शौचालय, पंखा जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध हो. उन्होंने शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement