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निरीक्षण में गायब मिले बुंडू एसडीपीओ व थानेदार
रांची: रांची रेंज के डीआइजी प्रवीण सिंह ने 16 जनवरी की रात 12.30 बजे (नक्सली बंद शुरू होने के बाद) नक्सल प्रभावित बुंडू व तमाड़ थाना का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बुंडू अनुमंडल के एसडीपीओ रामसरेक राय अपने घर पर नहीं मिले. वहां के सुरक्षा गार्ड ने डीआइजी को बताया कि एसडीपीओ रात में […]
रांची: रांची रेंज के डीआइजी प्रवीण सिंह ने 16 जनवरी की रात 12.30 बजे (नक्सली बंद शुरू होने के बाद) नक्सल प्रभावित बुंडू व तमाड़ थाना का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान बुंडू अनुमंडल के एसडीपीओ रामसरेक राय अपने घर पर नहीं मिले. वहां के सुरक्षा गार्ड ने डीआइजी को बताया कि एसडीपीओ रात में बुंडू में कम ही रहते हैं. इसके बाद डीआइजी बुंडू थाना गये. बुंडू थाना के प्रभारी थाना पर नहीं मिले. प्रशिक्षु डीएसपी थाना में मौजूद थे. पूछताछ के दौरान पता चला कि थाना प्रभारी विनोद कुमार बिना वरीय पदाधिकारी को सूचना दिये जमशेदपुर चले गये हैं.
बुंडू थाना का निरीक्षण करने के बाद डीआइजी तमाड़ थाना पहुंचे. तमाड़ थाना प्रभारी संचमान तामंग वरदी में थाना में मिले. वहां तैनात पुलिसकर्मी भी मुस्तैद मिले. डीआइजी ने थाना प्रभारी को एक हजार रुपये का पुरस्कार दिया.
17 जनवरी को डीआइजी ने एक आदेश जारी कर एसएसपी को निर्देश दिया है कि बुंडू एसडीपीओ रामसरेक राय और थाना प्रभारी विनोद कुमार से विभागीय कार्यवाही शुरू करने से पहले स्पष्टीकरण मांगें. इसी आदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि एसडीपीओ बुंडू में नहीं रहते हैं, जबकि एसडीओ के रूप में पदस्थापित आइएएस रात में भी बुंडू में ही रहते हैं.
एसडीपीओ-थानेदार की उपस्थिति सुनिश्चित करें
बुंडू-तमाड़ थाना का औचक निरीक्षण करने के बाद 17 जनवरी को डीआइजी प्रवीण सिंह ने रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा के एसपी को एक पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने पांचों जिलों के एसपी से कहा है कि रात में ग्रामीण इलाकों के थाना में थाना प्रभारी और अनुमंडल में एसडीपीओ की उपस्थिति सुनिश्चित कराएं. एसडीपीओ का नहीं रहना सुरक्षा की दृष्टिकोण से खतरनाक है. रात में जरूरत पड़ने पर एसडीपीओ को दूर से आना पड़ेगा. एसडीपीओ के नहीं होने का असर पुलिस गश्त पर भी पड़ता है. इसलिए ग्रामीण इलाकों में रात में चुस्त-दुरुस्त पुलिसिंग के लिए एसडीपीओ व थाना प्रभारी को अनुमंडल मुख्यालय में रहना सुनिश्चित कराएं.
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