रांची: विधायक बैद्यनाथ राम को मैनेज करने के मामले में बुधवार को हटिया डीएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने उनसे पूछताछ की. पूछताछ में प्राथमिकी में लिखित बातों का विधायक ने समर्थन किया. डीएसपी के साथ डोरंडा इंस्पेक्टर ललन ठाकुर भी उपस्थित थे. डीएसपी के अनुसार विधायक ने कहा है कि वह पहले से हर्षित उर्फ सुमन चौधरी को नहीं जानते हैं.
पुलिस के मुताबिक सुमन चौधरी के मोबाइल को देखने से स्पष्ट है कि बैद्यनाथ राम ने उसे फोन किया था, लेकिन विधायक ने कब-कब फोन किया, इसका खुलासा तकनीकी जांच के बाद होगा. पुलिस के अनुसार इस मामले में अन्य लोगों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है. उल्लेखनीय है कि सुमन चौधरी सोमवार की रात बैद्यनाथ के आवास पर पहुंचा था और विधायक को मैनेज करने की कोशिश कर रहा था. उसने विधायक से कहा था कि उसे मनोहर यादव ने उनके पास भेजा है. बाद में विधायक ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. सीआइडी के अधिकारियों ने सुमन चौधरी के बयान के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर सीआइडी मुख्यालय को सौंप दी है.
क्या है प्राथमिकी की धाराएं
प्राथमिकी भादवि की धारा 171(ई), 448, 500, 120 बी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 8,9,10, 13(डी) के अंतर्गत दर्ज की गयी है. जिसका अनुसंधान शुरू कर दिया गया है