रांची: विधानसभा चुनाव के परिणाम आते ही यह चर्चा शुरू हो गयी है कि खरमास में ही सरकार का गठन होगा. कुछ लोगों का मानना है कि खरमास में शपथ ग्रहण नहीं होना चाहिए. वहीं कुछ का कहना है कि इससे सरकार की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा. सरकार थोड़ी परेशानी में आयेगी लेकिन इससे वह निकल जायेगी. जानकारों का मानना है कि संवैधानिक बाध्यता के कारण नयी सरकार को खरमास में ही शपथ ग्रहण करना होगा.
27 दिसंबर का समय उत्तम : डॉ सुनील बम्र्मन
ज्योतिषी डॉ सुनील बम्र्मन ने कहा कि राज्य के ग्रहकाल व दशा को देखते हुए शपथ ग्रहण के लिए 26, 27 और 29 दिसंबर का दिन बन रहा है. 26 अति सामान्य, 29 का समय उससे बेहतर है. 27 दिसंबर का समय उत्तम है. इस दिन दोपहर तीन बजकर सोलह मिनट से चार बजे तक और 28 को मध्यकाल में यदि शपथ होता है तो राज्य में स्थिरता, उन्नति एवं समृद्धि की उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के समय से ही यदि ज्योतिष को माने तो पंचांग दोष के कारण राज्य की स्थिति खराब होती गई. राज्य का निर्माण भी राहु की महादशा में, नामांकन या राज्याभिषेक या फिर चुनाव हमेशा अस्थिर लगA, रिक्ता तिथि, खरमास या फिर भद्रा दोष के अंतर्गत होता रहा है.
दो जनवरी हो सकता है बढ़िया दिन : डॉ बेरा
ज्योतिषी डॉ एनके बेरा ने कहा कि दो जनवरी 2015 नये सरकार के शपथ ग्रहण के लिए बेहतर दिन है. दो जनवरी शुक्रवार को पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी तिथि है और कृतिका नक्षत्र व शुभ योग है. प्रात: 6.58 से रोहिणी नक्षत्र है.राज्य का गठन मिथुन राशि, सिंह लगA, पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ था. वर्तमान में राहु की महादशा में सूर्य की अंतर्दशा है. मंगल के घर में शनि व शनि के घर में मंगल है. गुरु व शुक्र की उच्च दृष्टि है इसलिए खरमास के बावजूद इस समय नयी सरकार का गठन होने से राज्य की उन्नति होगी. 14 अक्तूबर 2017 तक राहु की महादशा रहेगी. इस कारण थोड़ी परेशानी होगी लेकिन सरकार स्थिर रहेगी और अपना कार्यकाल पूरा करने की प्रबल संभावना है. इस तिथि के अलावा 26,29 व 31 दिसंबर भी शुभ है.
27 जनवरी बेहतर दिन : उपेंद्र प्रसाद
ज्योतिषी उपेंद्र प्रसाद बाबू भाई ने कहा कि खरमास में शपथ ग्रहण शुभ नहीं है. उनके हिसाब से 27 जनवरी इसके लिए बेहतर दिन हो सकता है लेकिन संवैधानिक बाध्यता के कारण इतने दिन तक इंतजार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि ऐसी संभावना बन रही है कि खरमास में ही शपथ ग्रहण होगा.