रांची. भाजपा गंठबंधन की जीत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रात 8.30 बजे राज्यपाल डॉ सैयद अहमद को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राज्यपाल ने उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने का आदेश दिया है.
इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए श्री सोरेन ने कहा कि वह अब विपक्ष की मोर्चा संभालेंगे. विपक्ष के रूप में जनता की बातों को उठायेंगे. उन्होंने कहा कि जो भी जनादेश आया है, वह सम्मान करते हैं.
श्री सोरेन ने कहा कि वह पूरी सच्चई और जोश के साथ चुनाव लड़े थे. पर एक तरफ धन की ताकत थी दूसरी ओर कमजोर और गरीब पार्टी. फिर भी जितना परिणाम आया है वह संतुष्ट हैं. कांग्रेस से गंठबंधन न होने के बाबत उन्होंने कहा कि अब बड़े मुर्दे उखाड़ने से कोई फायदा नहीं है. सरकार में अल्प समय में रहते हुए भी उन्होंने बेहतर करने का प्रयास किया. गुड गवर्नेस दिया. यही वजह रही है कि जनता का उन्हें प्यार भी मिला. उन्होंने कहा कि अकेले उनकी पार्टी ने चुनाव लड़ा. जो रणनीति बनी थी, परिणाम जो आया वह सम्मान करते हैं. श्री सोरेन ने कहा कि जनता का मूड क्या था यह कहना कठिन है पर ऐसा नहीं है कि झारखंड में मोदी की लहर या कुछ और थी. झामुमो ने हर तरफ बेहतर ही करने का प्रयास किया है.