रांचीः रमजानुल मुबारक का चांद मंगलवार को देश के किसी भी हिस्से में नजर नहीं आया. इस कारण तरावीह बुधवार से पढ़ी जायेगी. गुरुवार 11 जुलाई से रोजा शुरू होगा. एदार–ए–शरिया के नाजिमे आला मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि झारखंड, बंगाल,आंध्रप्रदेश, ओड़िशा, बिहार, महाराष्ट्र सहित अन्य कहीं भी चांद नजर नहीं आया है. शुक्रवार को पहले जुम्मे की नमाज अदा की जायेगी. यह निर्णय काजियाने शरीयत, मुफ्तियाने कराम, उलेमा और जिम्मेदार लोग की हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा परिसर में हुई बैठक में लिया गया. इमारत शरिया के काजी मुफ्ती मो अनवर कासमी ने भी चांद नजर नहीं आने की पुष्टि की. दोपहर से ही बादल छाये हुए थे.
आज से पढ़ी जायेगी तरावीह
रांचीः रुयते हेलाल कमेटी अंजुमन इसलामिया, रांची के संयोजक मौलाना असगर मिसबाही ने कहा कि मंगलवार को देश के किसी भी हिस्से में चांद नजर नहीं आया है. बुधवार को तरावीह पढ़ी जायेगी. गुरुवार को रमजानुल मुबारक की पहली तारीख होगी. गुरुवार को प्रात: 3.44 सेहरी खत्म होगी और शाम 6.40 बजे इफ्तार होगी.
इधर, मेन रोड स्थित तसलीम महल में बुधवार से दस दिनों की तरावीह पढ़ी जायेगी. ईशा नमाज की जमाअत रात्रि 8.30 बजे होगी. तरावीह हाफिज आसिफ इकबाल सुनायेंगे. उक्त जानकारी डॉ असलम ने दी है. इसके अलावा भी राजधानी में कई जगहों पर तरावीह पढ़ी जायेगी.